9 जुलाई गुरुपूर्णिमा पर्व पर भगवान विश्वामित्र की देव और दैत्यों में समान प्रतिष्ठा और असुरों को आर्य बनाने का महान अभियान ओर परम् वेदज्ञ शिष्य शुनःशेप की प्राप्ति कथा:-

भारतवर्ष में इनके विषय में अपने अपने प्रदेश में अनेक कथा कही जाती है दक्षिण में ये कथा है की भगवान महर्षि विश्वामित्र महान तपस्वी थे उन्हें बचपन में गुरुकुल से ही उन्हें मन्त्रों के दर्शन होने शुरू हो गए थे इसलिए उन्हें एक दरिद्रता के वशीभूत सो गाय लेकर...

Continue reading

सत्यास्मि दर्शन का चार्वाक और सनातन चिंतन

जेसे अनेक ब्रह्मर्षियों के विषय में उनकी अनेक संतानों को लेकर भ्रांतियां है की महर्षि वशिष्ठ के सो पुत्र थे अथवा भगवन विश्वामित्र के सो पुत्र थे ये एक प्रकार से असम्भव है क्योकि जो ब्रह्मज्ञानी है जिन्हें आत्मतत्व का साक्षात्कार हो गया है वे ऊर्ध्वरेता योगी बन जाते है...

Continue reading

गुरु का वर्तमान अर्थ

गुरुदेव अर्थ वर्तमान है जन सेवक का दास। मनवांछित कार्य कर्म गुरु बनाते निज आस।। गुरु नाम कठपुतली बना जिसकी शिष्य हाथ है डोर। जब मन आये उपयोग करे चलाये पंचम अंगुली पोर।। पाँच मनोरथ सिद्ध करे अर्थ धर्म काम विश्राम।। और जगता गुरु रहे दे पहरा शिष्य के धाम।।...

Continue reading

जून पूर्णिमा वर्मन पत्रकार शुभ जन्मदिवस

पच्चीस जून जन्मदिवस है एक नारी पत्रिकारिता विभोम। अध्ययन मनन चिंतन कला अभिव्यक्त अंतर्मन अनंत व्योम।। प्रकाशित अर्थ व्यक्त उस पूर्णिमा बर्मन नाम। अभिव्यक्ति और अनुभूत रचना जग लेखन देकर अविराम।। सामाजिक कल्याण कार्यान्वित कर पुरुषकृत पद्मभूषण सम्मान। प्रकर्ति रक्षण जागर्ति वन जीव ग्रीन ऑस्कर व्हिटली वर्तमान।। लेखन सम्पादन ग्राफिक्स...

Continue reading

27 जून – पी टी उषा उड़ान परी

सत्ताईस जून चौसठ को जन्मी भारत की पी टी उषा। केरल प्रदेश पय्योली गांव ज्यो शुभ प्रातः लाली विभूषा।। चमकी एशियाड ब्यासी में और लांस ओलोम्पिक चोरासी। पदको से भर भारत झोली दौडाक भारत इतिहास की वासी।। वी श्री निवासन पति उषा के एक उज्ज्वल संतति उषा। कार्यरत रेलवे भारत...

Continue reading

27 जून बंकिम् चन्द्र चटोपाध्याय जन्मोउत्सव:

अग्नि लगा दी जिसने तन मन जगा दी क्रांति जन जन। दीप प्रज्वलित किया हर आंगन वंदे मातरम् घोषे रक्त कण कण।। मैं भी हूँ माता का लाल दूँ प्राण भारती चरण डाल। कट जाये सर काट काट कर गर्वित करूँ भारत माँ भाल।। जय हो जय हो माँ तेरी...

Continue reading

श्रीगुरु तत्वज्ञान और गुरु चंडाल दोष निवारण गुरु पूर्णिमा कथा

प्राचीन समय की बात है कि सत्यनारायण और सत्यई पूर्णिमा अपने सत्यलोक में बेठे धर्म विषय पर चर्चा कर रहे थे ज्ञान चर्चा का विषय गुरु शिष्य परम्परा पर था की गुरु क्यों आवश्यक है और शिष्य में किन गुणों की प्रधानता होने पर ही वो लौकिक और अलौकिक ज्ञान...

Continue reading

5 जून जन्मदिवस पर भारत की प्रथम महिला मुख्यमन्त्री सुचेता कृपलानी को सत्यास्मि मिशन की शुभकामनायें

पूरा नाम-सुचेता कृपलानी अन्य नाम-सुचेता मज़ूमदार जन्म-25 जून, 1908 जन्म भूमि-अम्बाला, हरियाणा मृत्यु-1 दिसंबर, 1974 पति-जे. बी. कृपलानी नागरिकता -भारतीय प्रसिद्धि-भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री। पार्टी -भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पद -उत्तर प्रदेश की चौथी मुख्यमंत्री। कार्य काल-2 अक्तूबर, 1963 – 13 मार्च, 1967 शिक्षा-बी.ए, एम.ए. विद्यालय पंजाब विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय...

Continue reading

9जुलाई गुरु पूर्णिमा पर्व पर भगवती वेदमाता गायत्री और भगवन विश्वामित्र की सत्यज्ञान कथा:-

जब वशिष्ट से आतिथ्य प्राप्त करने पर उनके पास कामधेनु गाय की सामर्थ्य देखी तब उन्होंने वशिष्ट से कहा की तुम ऋषि हो तुम्हे इसकी इतनी आवश्यक्ता नही है जितनी जनकल्याण को राजा और उसकी प्रजा को होती है ये माता गाय राजा के यहॉ प्रजा के अकाल समय में...

Continue reading

अमावस्या उपरांत नवरात्रि का प्रारम्भ रहस्य

इस जगत में स्त्री और पुरुष दो जीवंत तत्व ऋण और धन के रूप में प्रत्यक्ष है और तीसरा बीज जो (-,+) के रूप में सदैव बना रहता है यो प्रकर्ति में पुरुष पक्ष का प्रतीक है अमावस्या ऋण इससे बीजदान लेकर प्रकर्ति स्वरूपा स्त्रितत्व अपने प्रारम्भिक नो दोनों में...

Continue reading