31 जुलाई ऊधम सिंह शहीद दिवस
बैशाखी का पर्व था उस दिन और भीड़ थी बड़ी नर नारी। बच्चे खेल चहक रहे थे तभी अंग्रेज आये शस्त्रधारी।। आदेश दिया जाओ यहां से नही तो चलें अभी बंदूक। सजग तक नही हुए लोग थे गरज उठी फिरंगी बंदूक।। मच गया घोर हाहाकार जन में सब भागे जान...