वृषभ नंदी संक्रांति पर सत्यास्मि मिशन की वृषभस्वरूपा श्री शिव केदारनाथ जी की आरती:

?श्री मद भगवान केदारनाथ आरती? ॐ जय केदार उदार नाथ शिव,जय शिव वरदायी भूप-2..जय शिव वरदाई.. गोरी कार्तिक गणपति नंदी-2,श्री केदार नाथ शम्भूप।ॐ जय केदार उदार।। नंदी वृषभ विराजमान है,धर्म धैर्य पूत-2..धर्म.. स्वयं भी वृषभ रूपा-2,काल भैरव दर्शन विभूत।ॐ जय केदार उदार।। नर नारायण तप रत वर दे,बसे केदार निवास-2..शिव...

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15 मई विश्व परिवार दिवस पर सत्यास्मि परिवार की सभी को शुभकामनायें:

विश्व एक कुटुम्ब है और हम सब उसकी इकाई। जात पात परे मनुष्य है हम एक है प्रतिज्ञा खायी।। जेसे शरीर एक है और उसमें अंग भिन्न भिन्न। वेसे ही सर्व जंतु जीव सहित हम है एक विश्व परिवार अभिन्न।। श्वेत काले सांवले शरीर लम्बे मध्य और नीच। रंगत आकृति...

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जीवित माँ की उपासना से ही जीवंत ईश्वर की पूजा है

सब सर्वोच्चता चाहते कन्या से माँ तक नारी। वही पुरुष भी चाहता उच्चतम अभिव्यक्त आधारी।। उसी को रख निज आचरण बढ़ना चाहे विश्वाकार। यही विषय नारित्त्व सब यही सर्व आदर्शी चित्राधार।। यो ही बनी सब मूर्ति देवी देव नर नारी रख रूप। इन्हीं आदर्श चित्त एकाग्र कर पाता विश्वाधिपति अनूप।।...

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विश्व मातृ दिवस पर जीवंत श्री मातृ उपासना का धार्मिक इतिहास और महत्त्व पर सत्यास्मि संदेश

मनुष्य सबसे पहली संसारी कार्यों की शिक्षा दीक्षा अपनी माता से ही प्राप्त करता है यो माँ जैसा उसे सिखाती है वेसा उसका व्यक्तित्त्व बनता जाता है।माँ ही संसार के सारे रिश्ते नातों को स्वयं बताती है की ये पिता दादा दादी आदि है इनके पास भी जाओ यदि वो...

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शुभ सत्यास्मि ज्ञान प्रातः

तन प्राण मन आत्मा ये त्रिगुण तीनों एक। इन्हीं एक्त्त्व नाम ब्रह्म यही जपना तपना नेक।। सत्य बोलना साक्षात् तप गुरु मंत्र महान सर्व जाप। गुरु आज्ञा सेवा बड़ा दान इन तीनों कर पाये स्वं आप।। ?भावार्थ-हे शिष्य जो अपने तन को अपनी आत्मा का जीवंत वस्त्र मानता है और...

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शुभ सत्यास्मि ज्ञान प्रातः

तू ढूंढे जिस प्रेम को दूजे प्रेम रूप में ध्याय। दूजे भी इच्छा यही दोनों एक प्रेम मिल ध्याये।। मिला एक दूजा नही तो दुःख हो बहुत अपार। मिला प्रतिम दो एक हो तभी प्रेम अनंत है सार।। इसी का नाम ग्रहस्थ है ग्रहस्थ बना इसी प्रेम के ताहिं। यही...

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*श्रीमद् कूर्म भगवान अवतार आरती* *(श्री कच्छप अवतार जयंती)* *(वैशाख पूर्णिमा)*

(वैशाख पूर्णिमा) ॐ जय कच्छप भगवान,प्रभु जय कच्छप भगवान। सदा धर्म के रक्षक-2,भक्त का राखो मान।ॐ जय कच्छप भगवान।। सत्यनारायण के अवतारा,पूर्णिमाँ तुम शक्ति-2.प्रभु पूर्णिमाँ.. विष्णु के तुम रूपक-2,द्धितीय ईश शक्ति।ॐ जय कच्छप भगवान।। घटी जब देवो की शक्ति तब,सागर मंथन दिया उपाय-2.. मंद्राचल पर्वत को थामा-2,कच्छप पीठ अथाय।।ॐ जय...

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*गाय की पूर्णिमाँ आरती महिमा*

गो-आरती ॐ जय गाय माता,ॐ जय श्रीधेनु माता-2..माँ.. तुम पूर्णिमाँ अवतारी-2,तुम श्री विद्या ज्ञाता। ॐ जय गाय माता।। श्वेत रूप पूर्णिमा प्रकाशे,दूध में अमृत सोम-2..माँ.. जिस घर तेरा निवासा-2,करें नवग्रह मंगल होम।ॐ जय गाय माता।। काले रूप में कामधेनु हो,गेरू रंग तप जप वास-2..माँ.. श्वेत रूप में श्री सदा दो-2,मिश्रित...

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सत्य ॐ पूर्णिमाँ चालीसा-आरती

।।दोहा।। सत्य ॐ सत्य नाम ले,करूँ सत्य का ध्यान। सत्य ॐ आशीष है,यही ब्रह्म शक्ति सत् नाम।। सत्य ॐ साकार है, सत्य ॐ निराकार। सत्य ॐ जीवन जग,सत्य ॐ नर नार।। ।। चालीसा।। जय सत्य ॐ पूर्णिमाँ सर्व दाता,पूर्ण मंत्र यही सर्व मंत्र माता। लो चलते फिरते सत्य ॐ नाम,कुछ...

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शुभ प्रातः सत्यास्मि ज्ञान

धरा रूप शरीर है तेरा इसमें तीन सरोवर काम। लिंग श्री भग सकाम सरोवर क्षीर सरोवर ह्रदय धाम।। सकाम का मंथन सहकाम से करके चढ़ा प्रेम बैठ कर ध्यान। शुद्ध हो अक्षय क्षीर सरोवर ह्रदय कर प्रीतम निज मान।। तब देव रहे ना दैत्य मन रूपक कर तीजे सरोवर स्नान।...

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