शुभ सत्यास्मि ज्ञान प्रातः

तन प्राण मन आत्मा ये त्रिगुण तीनों एक। इन्हीं एक्त्त्व नाम ब्रह्म यही जपना तपना नेक।। सत्य बोलना साक्षात् तप गुरु मंत्र महान सर्व जाप। गुरु आज्ञा सेवा बड़ा दान इन तीनों कर पाये स्वं आप।। ?भावार्थ-हे शिष्य जो अपने तन को अपनी आत्मा का जीवंत वस्त्र मानता है और...

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शुभ सत्यास्मि ज्ञान प्रातः

तू ढूंढे जिस प्रेम को दूजे प्रेम रूप में ध्याय। दूजे भी इच्छा यही दोनों एक प्रेम मिल ध्याये।। मिला एक दूजा नही तो दुःख हो बहुत अपार। मिला प्रतिम दो एक हो तभी प्रेम अनंत है सार।। इसी का नाम ग्रहस्थ है ग्रहस्थ बना इसी प्रेम के ताहिं। यही...

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*श्रीमद् कूर्म भगवान अवतार आरती* *(श्री कच्छप अवतार जयंती)* *(वैशाख पूर्णिमा)*

(वैशाख पूर्णिमा) ॐ जय कच्छप भगवान,प्रभु जय कच्छप भगवान। सदा धर्म के रक्षक-2,भक्त का राखो मान।ॐ जय कच्छप भगवान।। सत्यनारायण के अवतारा,पूर्णिमाँ तुम शक्ति-2.प्रभु पूर्णिमाँ.. विष्णु के तुम रूपक-2,द्धितीय ईश शक्ति।ॐ जय कच्छप भगवान।। घटी जब देवो की शक्ति तब,सागर मंथन दिया उपाय-2.. मंद्राचल पर्वत को थामा-2,कच्छप पीठ अथाय।।ॐ जय...

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*गाय की पूर्णिमाँ आरती महिमा*

गो-आरती ॐ जय गाय माता,ॐ जय श्रीधेनु माता-2..माँ.. तुम पूर्णिमाँ अवतारी-2,तुम श्री विद्या ज्ञाता। ॐ जय गाय माता।। श्वेत रूप पूर्णिमा प्रकाशे,दूध में अमृत सोम-2..माँ.. जिस घर तेरा निवासा-2,करें नवग्रह मंगल होम।ॐ जय गाय माता।। काले रूप में कामधेनु हो,गेरू रंग तप जप वास-2..माँ.. श्वेत रूप में श्री सदा दो-2,मिश्रित...

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सत्य ॐ पूर्णिमाँ चालीसा-आरती

।।दोहा।। सत्य ॐ सत्य नाम ले,करूँ सत्य का ध्यान। सत्य ॐ आशीष है,यही ब्रह्म शक्ति सत् नाम।। सत्य ॐ साकार है, सत्य ॐ निराकार। सत्य ॐ जीवन जग,सत्य ॐ नर नार।। ।। चालीसा।। जय सत्य ॐ पूर्णिमाँ सर्व दाता,पूर्ण मंत्र यही सर्व मंत्र माता। लो चलते फिरते सत्य ॐ नाम,कुछ...

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शुभ प्रातः सत्यास्मि ज्ञान

धरा रूप शरीर है तेरा इसमें तीन सरोवर काम। लिंग श्री भग सकाम सरोवर क्षीर सरोवर ह्रदय धाम।। सकाम का मंथन सहकाम से करके चढ़ा प्रेम बैठ कर ध्यान। शुद्ध हो अक्षय क्षीर सरोवर ह्रदय कर प्रीतम निज मान।। तब देव रहे ना दैत्य मन रूपक कर तीजे सरोवर स्नान।...

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आरती-श्रीमद् पंचमुखी हनुमान जी

ॐ जय पंचमुखी हनुमान,बाबा जय पंचमुखी हनुमान.. पंच देवों के द्योतक-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान। मुख है एक वराहा,जो सुख देता चारो धाम-2,.. ज्वर संकट मिट जाते-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान। मुख दूजा सिंह रूपी,जो देता यश अविराम-2.. खोया पद मिल जाता-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय...

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शुभ प्रातः सत्यास्मि ज्ञान

आज्ञाचक्र छोड़ कर कर निज मुलाधार पीठ। जगे स्वं पुरुष शिवलिंग और नारी श्री भग पीठ।। प्राण प्रवेश हो सुषम्ना और शुद्ध पंचतत्वी काया। उठ जगे कुंडलिनी मुलाधार से तब स्वं चढ़े आज्ञाचक्र वाया।। जब तक शुद्धि पँचत्त्व ना अन्य चक्र ध्यान व्यर्थ। स्वंलिंग अर्पण पँचत्त्व कर यही नारी श्री...

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7 मई रविवार विश्व हास्य दिवस पर सत्यास्मि मिशन की हास्य स्मरण कविता शुभकामनाएं:

द्धंद ईर्ष्या लोभ के कारण भूल चुके मुस्कराना भी। ओढ़ मुखोटे मुस्कान झूठ के खुल कर हंसना लगे बचकाना भी।। लकीर बनी मुस्कान होंटो पे और ऊँगली से बजती ताली। ठठाके तो विस्मर्त हो गए हंसी छोड़ती नही छाप लाली।। परिपक हो गए बच्चों के चहरे जवानों पर अनुभव छाया।...

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भगवान श्री शनिदेव चालीसा

दोहा श्री गणेश वंदन करूँ,पुनि पुनि नवाऊ मैं माथ। शनि की कृपा सदा रहे,सब नवग्रहों के साथ।। कष्ट मिटे संकट मिटे,मिटे कर्ज और घात। सुमरु मैं शनिदेव को,सुबहा मध्य और रात।। चालीसा प्रारम्भ जय जय शनिदेव हितकारी। सुनिए प्रभु जी अरज हमारी।। हम पर अपनी कृपा करिये। सभी विघ्न कष्टों...

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