तन्त्र क्रिया से अकाल मृत्यु

ये उस समय की बात है जब हम किराये पर प्रेमनगर में रहते थे और मैं सम्भव है दसवी कक्षा में पढ़ता था तब मकान मालिक के बीच के लड़के शंकरलाल वर्मा कचहरी में बाबू लगे थे और इनका पहला विवाह अमरगढ़ से हुआ था हम सभी उसमें सम्मलित हुए...

Continue reading

गुरु आस्था मिले भाग्य रास्ता

90 के दशक की बात है ये भक्त निश्चल शर्मा अपने मित्र रविकांत जिसका मकान और अब कलश होटल बना हुआ कचहरी के पीछे है के साथ मेरे पास आया इन दोनों के विषय में बताने के उपरांत जब इसने अपने भाग्य में आये अवरोधों का उपाय पूछा तो मैं...

Continue reading

सिद्धासिद्ध महामंत्र की दिव्य दीक्षा प्राप्ति

  सिद्धासिद्ध महामंत्र सत्य ॐ सिद्धायै नमः तो इस घटना से बहुत वर्ष पहले ही मेरे ध्यान समाधि में अवतरित हो चूका था पर मुझे उसके निरंतर जप ध्यान से अनगिनत दिव्य दर्शनों और भक्तों को भी शक्तिदीक्षा और उनके भौतिक और आध्यात्मिम उन्नति लाभ उपरांत भी मेरे अंतर्मन में...

Continue reading

आत्मदर्शन और स्वरूप योग रहस्य प्राप्ति

सच में योग इतना अनसुलझा नही है जितना बना दिया गया है यथार्थ योगियों ने कुछ लिखा नही जिन्होंने लिखा वे योगी नही जबकि योग और कुण्डलिनी जागरण योग बहुत सरल है पर उसे समझना होगा की प्रत्येक मनुष्य में ऋण और धन(-,+,0) और बीज का त्रिगुण योग है यही...

Continue reading

ब्रह्मचर्य का सच्चा अर्थ प्राप्ति

<center>मैं अपने गांव में खेतों में ट्यूवेल के पास बने भुस के बोन्गें में भुस ख़ाली होने से बनी जगह में एक फोल्डिंग कुर्सी डॉल रखी थी और हमारे यहाँ जहाँ आज आश्रम है वहाँ जहाँ गद्धी स्थित है वहाँ भी भुस का बोंगा था वहाँ छीप कर ध्यान करता...

Continue reading

गुरु पूर्णिमाँ

गुरु आदि गुरु अनादि गुरु जप तप ध्यान समाधि। गुरु सेवा मोक्ष मेवा गुरु ही शांति जगत व्याधि।। गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु ही सिद्ध महेश्वर। गुरु त्रिदेव जीवंत स्वरूप गुरु दत्तात्रेय गुरुवेश्वर।। गुरु ही मंत्र गुरु ही तंत्र गुरु ही परोक्ष अपरोक्ष। गुरु सृष्टि गुरु अनंता गुरु पाना ही...

Continue reading

श्री “शनि वरदायनी” पाठ

हे सूर्य पुत्र श्याम वर्ण हे शिव भक्त बलशाली। अति प्रभावी तीक्ष्ण द्रष्टि प्रसन्न भव् भाग्यशाली।। कालाग्नि कृतांत स्वरूपी शनै शनै गति धारी। उज्वल क्रांति अमावस रासी प्रसन्न भव हे वर धारी।। भास्कर पुत्र सूर्यनन्दन माता छाया यम भाई। यमुना बहिन वचन के रक्षक पुनः प्रसन्न हो अथाई।। हे न्यायधीश...

Continue reading

14 जून रक्तदान महादान

इस मनुष्य के युग में सबसे बड़ा दान रक्तदान। मनुष्य मनुष्य का जीवनदाता बनता जीते जी भगवान।। 14 जून है विश्व रक्तदान दिवस इस दिन जन्मे कार्ल लेंडस्टाइनर। पुरुषकृत नोबेल शरीर विज्ञानी ये रक्त ए,बी,ओ वर्गीकरण किया इस महानर।। हमारे पूर्वज ये विज्ञानं लिख गए तीन रक्त वर्गीकरण नाड़ी विज्ञान।...

Continue reading

आरती लांगुरिया जी की

आरती लांगुरिया जी की ॐ जय लंगूर देवा,स्वामी जय लंगूर देवा। भक्ति से जो ध्यावे-2,तुम संकट सब खेवा।ॐ जय लंगूर देवा।। बल अथाह शक्ति के दाता,तुम बाल रूप ज्ञानी-2.. शरण तुम्हारे हम सब-2,मिटे शूटर अभिमानी।ॐ जय लंगूर देवा।। जो मांगे सब देते,मनवांछित वर धारी-2.. ध्वजा नारियल तेल सिंदूर-2,चढ़ा पाये शक्ति...

Continue reading

लांगुरिया चालीसा

?लांगुरिया चालीसा? दोहा श्री लांगुरिया तुम्हे नमन,प्रेम का दो आशीष। धन वर धर्म ज्ञान दो,तुम बेलोन वराधीश।। नित नित श्रवण मनन करूँ,छवि तुम्हारी रख ध्यान। प्रभु बाल रूप तुम,मेरा सदा करो कल्याण।। चालीसा जय जय जय लांगुरिया देवा। स्वीकार करो भक्तों की सेवा।। बाल रूप बेलोन विराजे। भक्तों के तुम...

Continue reading