पफ़स्सि व्यायाम की केवल एक दंड से पाएं,पावर,फोर्स,स्ट्रेंथ,स्टेमिना ओर एनर्जी से महाबलवान बनाने के केवल 6 शक्तिवर्द्धक आयाम यानी स्टेप्स,,,,,जानें कैसे,,

पफ़स्सि दंड कसरत के बाद क्या खाएं और क्या नहीं खाये ओर अन्य लाभकारी ज्ञान,,,

आज की प्रचलित कसरतों का अधूरा विज्ञान:-

आज पहले मैं,आज की कसरतों की मनोवैज्ञानिक अधूरी सोच और अधूरे परिणाम के बारे में भी कुछ बाते करता हूं,ओर साथ ही आपकी ये सोच कि,एक सामान्य सी लगने वाली दंड के 6 स्टेप का क्या मतलब ओर इसकी क्या उपयोगिता है??
तो भक्तों,,आप अधिकतर एक ही दंड लगाते में अपने शरीर के सारे अंगों को पूरी ताकत लगाकर टॉइट करके पूरा बल नहीं लगा पाते है, ओर इसी कारण आपकी हर एक दंड बिन पावर,बिन फोर्स,बिन स्ट्रेंथ,बिन स्टेमिना ओर बिन एनर्जी के ही अधूरी ही रह जाती है ओर आप अगली दंड लगाने लगते है और ऐसा करते करते आप अनेक दंड यानी 10,20,50 या अधिक दंड बढा लेते है और जो लाभ शक्ति पाना चाहते है,वो बहुत ही कम मिलती है,,यो ओर भी अनेक प्रकार की एक्सरसाइज करने लगते है,ओर परिणाम वही ढाक के तीन पात,थोड़ी बहुत अच्छी बाद बनने के अलावा,कुछ विशेष हासिल नहीं होता,यो ही यहां, पफ़स्सि व्यायाम सूत्र है कि,
!!क्वालटी बढाओ,,क्वांटिटी नहीं बढाओ!!
यानी दंड करने के तरीके को सही करो,ना कि गलत तरीके की अधूरी दंड बढ़ाने पर समय खर्च करो,जैसे कि आप अनेक हजारों दंड लगाने वाले रिकॉर्ड धारियों को देखते है,वे दंड तो हजारों लगाते है,पर बल जरा सा ही बढ़ता है,जबकि उनकी हजारों दण्डों के अनुपात से तो,हजार गुना बल बढ़ना चाहिए था??
जो कि उनमे नहीं बढ़ा ओर नाही बल बढ़ेगा।
आखिर किसको दिखाओगे, हजार बेकार की दंड लगाकर,बताओ,,ओर किसके पास रखा है,आपकी हजारों दंड लगाते देखने को बेकार का समय??
यो ये बेकार की समय बिगाड़ने वाली दंड बैठकों को छोड़े ओर सही से केवल एक दंड या कुछ दंड लगाओ ओर पूरी पावर,पूरी फोर्स,पूरी,स्ट्रेंथ,पूरी स्टेमिना ओर पूरी एनर्जी को पाओ ओर जीवन को कम समय मे ही बिन थके भरपूर जीओ,यही सब है हमारी प्राचीन भारतीय योग विद्या पफ़स्सि व्यायाम का 5 शक्तियों को बढ़ाकर सदा स्थायी शरीर को देने वाला पक्का सिद्धांत।।
यो बेकार के पाउडर खाकर केवल दिखावे का दुखता शरीर। यो,इन महगें ओर शरीर को अंत मे अनेक रोग देने वाले कथित प्रोटीन के कैप्सूल्स ओर पाउडर,ओर महंगे पैसे देकर किये जानी वाली अनगिनत कसरतों को छोड़ो ओर केवल सदा भोजन करते हुए,हर समय स्फूर्ति ओर शक्ति ओर स्वस्थता देने वाले भारतीय पफ़स्सि व्यायाम के नीचे दिए बल सूत्रों को पकड़कर समझकर अभ्यास शुरू करो और सब कुछ पाओ।।
ओर नीचे दिए गए हर 6 पफ़स्सि स्टेप,को एक एक सही से करने से सम्पूर्ण बल,शक्ति,स्ट्रेंथ,स्टेमिना पाओगे,,ओर अंत मे इन 6 स्टेपों को एक साथ करना है यानी इन 6 स्टेपों को ऐसे ही करते हुए,केवल एक ही दंड लगानी है,,तो आओ शुरू करें,,

बता रहें है,पफ़स्सि व्यायाम के फाउंडर ओर यूनिवर्सल चैम्पियन स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी,,,

कुछ गुनगुना पानी पीकर फिर शौच करके,अपने शरीर पर तेल मालिश करें और अब केवल एक ही पफ़स्सि दंड को लगाने वाला नीचे बताया गया, एक एक करके 6 स्टेप अभ्यासों को अलग अलग करना है,,,तो,,शुरू करें,,

पफ़स्सि दंड:- के 6 भाग है:-

पफ़स्सि दंड स्टेप न.1:-

सीधे स्ट्रेट अवस्था में दंड लगाने की पोजिशन बना ले,ओर अब एक गहरा सांस लेकर उसे फेफड़ों में रोक कर,फिर इस ही दंड की स्ट्रेट अवस्था में ही बने रहकर अपने सारे शरीर की सिर से लेकर गर्दर्न,कंधा,बांह, पेट,कमर,हिप्स,जांघ,पिंडली,पैर के पंजे आदि सबको टॉइट करने में पूरा बल लगाते हुए अधिक से अधिक समय लगाना है।इस बीच अपने मन मे समय को बढ़ाने के लिए 1,2,3,ऐसे गिनती गिनते रहें।
अब इस अवस्था को छोड़कर कुछ देर आराम करें और गहरे सांस लेकर धीरे धीरे छोड़े,10 बार ऐसा करें।और अब अगली एक्सरसाइज करें।

पफ़स्सि दंड स्टेप न. 2 :-

अब इस अवस्था में आप दंड लगाने की पहली अवस्था में आकर,अब एक गहरा सांस भरे ओर सांस को रोक कर,अब नीचे की ओर जाएंगे,ओर नीचे जाते में अपने सारे शरीर को पूरी ताकत के साथ,अपनी बांह से पंजे तक कि, हर मसल्स के टॉइट करते हुए,नीचे जाकर कोहनी तक मोड़कर रुके,जितनी अधिक देर तक रुका जाए और ताकत लगाते रहें।ओर मन मे गिनती भी करते रहे।
अब इस अवस्था को धीरे से छोड़कर पहले की तरहां 10 गहरे सांस लेते ओर धीरे से छोड़ते हुए सहज रहे।अब इसी दंड की अगली कसरत करें।

पफ़स्सि दंड स्टेप न.3:-

अब इस अगली अवस्था में आप अभी जो दंड की पोजिशन का अभ्यास किया था,उसी की अगली पोजिशन करने की मुद्रा में आ जाये और,अब गहरा सांस लेकर रोक कर,फिर सारे शरीर की मांसपेशियों को पूरी ताकत लगाते हुए टॉइट करके अपने सिर की दिशा में धीरे धीरे बल लगते मन मे समय को गिनने को गिनती करते हुए आगे बढ़ते जाए,ओर अब सिर की दिशा में जब लगभग आपका पूरा शरीर सीधा हो जाये,तब यहीं जितनी देर रुका जाए,वहां रुके ओर पूरी तरहां से अपने को आगे सिर की ओर खींचते रहे।और अब यहीं ये अभ्यास खत्म कर,पहले की तरहां ही 10 गहरे सांस लेकर धीरे धीरे छोड़कर कुछ देर आराम करें।और अब अगले अभ्यास को तैयार हो जाये।मन मे समय कितना हुआ,यो गिनती गिनते रहें।

पफ़स्सि दंड स्टेप न.4:-

अब जो अभी दंड की पोजिशन करके छोड़ी थी,उसी पोजिशन में आ जाये,ओर वहां से अगला दंड का अभ्यास शुरू करें,गहरा सांस भरकर रोकते हुए,पूरी ताकत लगाते मसल्स को पूरी टॉइट करते हुए,सिर की ओर से वापस अपनी कोहनियों तक धीरे धीरे मन मे समय को गिनते हुए,की कितनी देर किया, यो वापस आना है।ओर अब वहीं पूरी ताकत से जोर लगाते हुए रुकना है।
अब फिर यहीं दंड का अभ्यास छोड़कर,एक एक करके 10 गहरे सांस तेजी से लेकर धीरे से छोड़कर फिर आराम करके,इसी दंड की अगली पोजिशन का अभ्यास करना है।मन मे समय कितना हुआ,यो गिनती गिनते रहें।

पफ़स्सि दंड स्टेप न.5:-

अब पहले छोड़ी पोजिशन में आ जाये और गहरा सांस लेकर,सारे शरीर को लम्बवत सीधे ओर टॉइट रखते हुए, वहां से ऊपर की ओर पूरा जोर लगाते हुए,उठना शुरू करें।
ओर मन मे समय कितना लगाना व बढ़ाना है,उसे गिनते हुए उठते जाए, ओर जब ऊपर उठकर सबसे पहले दंड लगाने की पोजिशन में आ जाये,तब वहां रुक कर सांस धीरे से छोड़कर ये पोजिशन का अभ्यास छोड़ दें और पहले की तरहां एक एक करके 10 गहरे सांस खींचकर धीरे धीरे छोड़ते हुए,फिर कुछ देर यानी 10 या 20 सेकेंड ही आराम करके उससे अगला अभ्यास को तैयार हो जाये।ओर साथ ही मन मे समय कितना हुआ,यो गिनती गिनते रहें।

पफ़स्सि दंड स्टेप लास्ट न. 6:-

अब दंड लगाने की पोजिशन में आकर,फिर एक गहरा सांस फेफड़ों में भरकर सारे शरीर को एक सीध में करते हुए पूरा बल लगा सारी सिर,गर्दन, कमर,चेस्ट,पेट,हिप्स,जांघें,पिंडली,पेर के पंजे तक सब टॉइट करते हुए,वहीं के वहीं अपने को ऊपर को खिंचे ओर मन मे अपने समय को गिनते हुए,जितनी देर रुका जाए,रुके।फिर सांस छोड़कर,इस पोजीशन को छोड़कर गहरे सांस लेते ओर धीरे धीरे छोड़ते हुए आराम करें।

पफ़स्सि दंड कितनी ओर कब तक बढ़ानी है,ओर आगे क्या करना है,विशेष ज्ञान:-

अब ऐसे ही शुरू के एक सप्ताह तक केवल 3 दंड ही बढ़ाये,ओर दिन में सुबह या शाम को केवल एक बार ही करें अपने शरीर को अब कोई और या ऐसे ही दंड लगाकर बिलकुल भी थकाये नहीं,अन्यथा आपकी शक्ति पावर ओर स्ट्रेंथ,स्टेमिना,फोर्स,एनर्जी नहीं बढ़ेगी,घट ओर जाएगी।

विशेष दंड:-

ओर इन सारे 6 स्टेपों को अलग अलग करने के बाद अंत मे इन 6 स्टपो को मिलाकर एक साथ करते हुए,अब एक दंड रोज लगानी है।तब बढ़ेगी आपकी एक दंड में पावर,फोर्स,स्ट्रेंथ,स्टेमिना ओर एनर्जी ओर बल वर्द्धक करतबो के असाधारण चमत्कारिक प्रदर्शन,,कोई भी बल का प्रदर्शन इन्हीं 6 कसरतों को मिलाकर की गई,केवल एक दंड, जो कि कम से कम 2 या 3 या अधिक से अधिक 5 मिंट तक कि होने पर,तब आप सब करतब कर दिखा डालोगे,बाकी अपना शरीर और सही से कसरत पर निर्भर करता है,तो करो और देखो बल के चमत्कार।

पूरे महीने में केवल सारी मिलाकर 5 दंड ही बढ़ाये।अब आगे के तीन महीने में ऐसे ही 15 दंड तक बढ़ाकर, आगे महीनों में कोई दंड नहीं बढ़ानी है।समझे।बस इन बढ़ी दंडों में ही समय बढ़ाना है।इस बात पर ही सारा ध्यान लगाना है।समझे भक्तों।।
ओर शेष समय मे अपने शरीर की खूब तेल मालिश करें,ताकि आपकी मस्लसों का स्ट्रेच खत्म होकर,उनमे ताजगी,स्फूर्ति ओर तेज बल बढ़ता चले और मालिश के बाद रेहि क्रियायोग करते ध्यान लगाएं,धूप में बैठकर विटामिन डी से अपनी स्किन ओर हड्डियों को मजबूत बनाये।

इसके ओर रहस्यों को अभ्यास के करते हुए समझोगे ओर जो नहीं समझ आएगा,वो मैं फिर बताता चलूंगा।

भोजन के विषय मे मैं पहले अन्य लेख में बता चुका हूं कि,की
!! ताकत का खुराक से मामूली सम्बन्ध है!!
!!ओर उतना खाये,चबा कर खाएं ताकि पूरा पच सके !!

तो भक्तो,अपने देंनिक भोजन में खूब सलाद खाएं और व्यायाम के बाद थोड़े से ड्राई फूड,देशी चने,5 बादाम,दो अखरोट,दो अंजीर,5 किशमिश,दो छुवारे को रात को पानी मे भिगो कर रख दें,सुबह कसरत के बाद पानी से निकाल कर,खूब चबाचबा कर खाये,ओर थोड़ा दूध यानी सादा सा एक गिलास दूध में आधा चम्मच देशी घी डालकर पिये।बस।
ओर इन अंग्रेजी कैप्सूल पाउडरों से दूर ही रहे,अन्यथा जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर मे,अपनी आंतों,लिवर,किडनी,हार्ट,नसों का दर्द आदि रोगों से ग्रस्त होकर रोगी बन जाओगे।

भारतीय व्यायाम पद्धति पफ़स्सि क्या लाभ देगी:-

आप सबको के पफ़स्सि व्यायाम की दंड ओर बैठक,इतनी आसान लग रही होंगी,वो तो तब पता चलेगा,जब इन्हें करोगे ओर आपका सांस धौकनी की तरहां चलने लगेगा,आपको लगेगा कि,आज तो मैं,इतना 10 किलोमीटर की दौड़ लगाने पर भी नहीं थका,जितना पफ़स्सि की एक दंड या एक बैठक लगाने पर थक गया हूं,ओर पसीने छूट पड़ेंगे।एक सप्ताह तक तो सारा शरीर दुखेगा,लगेगा सारा शरीर भरा भरा सा है।फिर एक सप्ताह के बाद,आपको इन कसरतों को करने में मजा आएगा,वो आनन्द,वो स्फूर्ति,वो बल,वो उत्साह,फिर कभी जिंदगी भर नहीं भूलोगे।ओर इन अभ्यासों को सदा ही करते हुए सभी रोगों से दूर,रोगी से बन जाओगे निरोगी,सदा बल,उत्साह से भरपूर,मन पूरी तरह एकाग्र ओर अंतर्मुखी बन कर एकाग्रचित्त रहता है,मेमोरी दुरुस्त बनी रहती है और सदा जवान अनुभव करते हुए जीवन का भरपूर आनन्द पाते रहोगे।याद करोगे ओर सदा दुसरो को भी ये कहते सिखाओगे की भई, भारतीय योगियों की ये व्यायाम पद्धति पफ़स्सि कितनी महान है।

इस आशीर्वाद के साथ,,

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org

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