गंगा जल पीये ओर कोरोना वायरस से मुक्ति पाएं,,

कोरोना वायरस के रोग से बचने के लिए सबसे सरल और सहज में उपलब्ध ओषधि क्या है?
ओर रेहि क्रियायोग कोरोना वायरस जैसे सभी रोगों में केसे लाभ देता है?

एक यूटीयूबर भक्त का ये आज प्रश्न आया है,, प्रश्न,,,
स्वामी जी,नमस्कार,,
मेरा एक प्रश्न है कि,इस समय पूरे संसार मे कोरोना वायरस से मौत का तांडव हो रहा है,हर व्यक्ति बड़ा डरा हुआ है कि,मुझे ये वायरस नहीं हो जाये,और पीड़ित लोग इससे बचने के लिए,तरहां तरहां के ट्रीटमेंट ले रहे है और,विटामिन सी,विटामिन डी,भी खा रहे है,ताकि शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़े।

और कुछ ज्योतिषी ओर यज्ञकर्ता अनेक औषधि मिली सामग्री से अपने घर मे धूनी देने और यज्ञ करने को बता रहे है,
कोई गो मूत्र तथा गिलोय पीने को कह रहा है,जिसे हर व्यक्ति नही पी सकता है ।
तब आप बताये की क्या आपकी रेहि क्रियायोग की विधि इस कोरोना वायरस से रक्षा करने में कितनी सक्षम है।

और सबसे सरल और सबसे प्रभावी कोई प्राकृतिक उपाय बताए,जिसे सभी व्यक्ति आसानी से कर सके ।

और हा स्वामी जी आपने अपनी एक पुरानी वीडियो में इसका इलाज जामुन का रस व जामुन से बने पदार्थ चूर्ण आदि बताये थे लेकिन वो वीडियो इस वक़्त उपलब्ध नही है इसकी क्या वजह है क्या आपने वो जानबूझकर हटा दी या कोई और वजह है जरूर बताये स्वामी जी ।

स्वामी जी आपने अपनी एक वीडियो में शैतान के जन्म के बारे में बताया क्या ये उसी का प्रभाव है मैं तो शैतान में विश्वास करता हू क्योंकि भगवान है तो शैतान भी है।

मुझे आपके जवाब का इंतजार है स्वामी जी

आपका एक जिज्ञासु भक्त,,
प्रेम प्रकाश चंद शुक्ला, दिल्ली से।

उत्तर,,,
तो सभी भक्तों,,रेहि क्रियायोग में मन की दो शक्तियों,ऋणात्मक ओर धनात्मक यानी नेगेटिव ओर पोजेटिव शक्तियों के द्धारा आरोह ओर अवरोह यानी अपने सिर से लेकर पैरों तक एक चक्कर ओर फिर पैरों से लेकर सिर तक एक चक्कर लगाने की क्रिया के बल से मनुष्य शरीर मे एक विधुत का प्रवाह बनता ओर धीरे धीरे बढ़ता जाता है,यही नेगेटिव ओर पोजेटिव शक्ति से उत्पन्न विधुत ही हमारे शरीर के सारे चक्रों को जाग्रत करके,उनकी सारी शक्ति गुणों को जाग्रत करके मनुष्य की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती जाती है,इसी प्रतिरोधक शक्ति के बल से ही साधक अपनी सभी प्रकार के स्थूल सूक्ष्म कीटाणुओं से सहजता से रक्षा कर पाता है और यहाँ तक दूसरे मनुष्यों में भी रोग निवारण शक्ति डालकर उन्हें रोग मुक्त कर पाता है।
यो कहीं भी किसी भी अवस्था मे बैठे लेते हुए केवल, आधा घँटा रेहि क्रियायोग करने वाले को सभी प्रकार के रोग कीटाणुओं से रक्षा होकर स्वास्थ लाभ मिलता है।
ओर शैतान का जन्म हो चुका ये,मेरा दिव्य दर्शन देखा अनुभव था,उसे ज्योतिष की भाषा मे युरेनस ग्रह भी कहते है,यूनानी कथाओं में जीया यानी पृथ्वी स्त्री से ये युरेनस जन्मा ओर इसे से पृथ्वी ने अनेक टाइटन यानी तूफानों को पैदा किया था,उस कथाओं में युरेनस को उसी की संतानों ने नपुंसक बनाकर ब्रह्मांड से बाहर अंधकार में भेज दिया,वो जब जब पृथ्वी की ओर लौटता है,तब तब पृथ्वी की सभी संतानों को,संसार मे सभी प्रकार की विश्व क्रांतियां ओर विश्व भर में प्रलय करने वाले असाध्य बीमारियों को पृथ्वी पर उत्पन्न करता मनुष्यो व जीवो को मृत्युतुल्य हानि देता है,यो ये कोरोना वायरस भी विश्व व्यापी रोग होने से शैतान युरेनस ग्रह की देन है।ये शनि और राहु से भी कई गुना प्रलयंकारी लाभ और हानि देता है,इस पर भरतीय ज्योतिषाचार्यो का कम ही ध्यान ओर खोज है,यो लोगो को इसका उपाय पता नहीं है,जिसे मेने अपने पूव लेख में लिखा है।
यो ही, हमारे ऋषियों ने पृथ्वी से बाहर से आये परग्रही कीटाणुओं से भी ओर पृथ्वी पर ही किसी भी काल समय मे उत्पन्न होने वाले सभी रोगों के लिए वनों से प्राप्त होने वाली दिव्य ओषधि के मिश्रण से नियमित यज्ञानुष्ठान करना बताता है।इसे अवश्य अपने घर मे एक गाय या भेस के उपले को जलाकर,उसपर थोड़ी सी सामग्री लौंग, छोटी इलायची,कपूर,गूगल या लोबान देकर उसका धुंआ घर मे घूमने दे,तो सम्पूर्ण रोगों से मुक्ति मिलती है,,इस सम्बंध में कोरोना वायरस आदि से मुक्ति को सत्य ॐ सिद्धाश्रम में होली से 3 अप्रैल या अधिक दिनों तक नियमित यज्ञानुष्ठान चल रहा है,,
गंगा जल:-
और सबसे सरल और सम्पूर्ण लाभ देने वाला जल गंगा जल को हर पूर्णिमासी पर लाकर अपने घर रखकर,उसे नियमित पीने को बताया है,यहिं मैं,अपने भक्तो को अपनी गद्दी के माध्यम से गुरु मंत्र जपकर पीने और घर ले जाकर छिड़कने ओर पीते रहने का आदेश देता हूं,ताकि वे स्वस्थ रहे।
हमारे देश मे गाय, गंगा,ओर गायत्री ओर गुरु की सबसे अधिक मान्यता है,गुरु तो सभी भगवानों का साक्षात स्वरूप है,उसके कहे पर चलने वाला सदा सुरक्षित रहता है।यो आप भी सभी भक्त गंगा जल को अपने घर मे छिड़के ओर सुबह और शाम को एक एक गिलास अवश्य पियेंगे,तो सभी रोगों से बहुत हद तक सुरक्षित रहेंगे,चाहे वो रोग जाना हो,या अनजाना हो।
सब गो मूत्र नहीं पी सकते और स्वस्थ गाय का गो मूत्र ही लाभ देता है,जो कि आज मुश्किल मिलता है और कीमत का भी मिलता है,सबको उपलब्ध भी नहीं हो पाता है,यो आप केवल गंगा जल को सहजता से ला कर उसे पीये ओर अपने घर मे सभी जगहां पर छिड़क दें,तो दीवारों पर विकसित कीटाणु भी गंगा जल के सम्पर्क से मर जायेंगे।
जो गुरु मंत्र या इष्ट मन्त्र जपते है,वे भक्त,अपने गंगा जल को एक गिलास या कटोरी में करके,उसको खुली आंख से या आंख बन्द करके मन से देखते हुए मन ही मन या बोलकर भी अपना मन्त्र जप कम से कम 10 मिंट करे,तो ये गंगा जल ईश्वरीय शक्तियों से युक्त होकर ओर भी शक्तिशाली होकर सभी प्रकार के रोग दोषों को नष्ट कर देगा,तब इसे पीये ओर चमत्कार देखे।
तो भक्तो कोरोना वायरस हो या कोई और सभी से आपको मुक्ति मिलेगी।

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इसे अधिक से अधिक अपने मित्रों को,परिचितों को व समाज के अन्य लोगो को अवश्य शेयर करें,जाने अपने सहित किस मनुष्य को लाभ पहुँचे, वो भी लाभ पाकर आपकी मन ही मन आशीर्वाद देगा ही।

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org

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