अक्षय तृतीया पर यदि आप कीमती सोना नहीं खरीदने की स्थिति नहीं रखते है,तो करें,घर बैठे केवल ये एक सहज उपाय ओर ले चमत्कारी ओर अनन्त जीवन तक अक्षय रूपी मनचाहा लाभ,बता रहें है,स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी…

अक्षय तृतीया पर यदि आप कीमती सोना नहीं खरीदने की स्थिति नहीं रखते है,तो करें,घर बैठे केवल ये एक सहज उपाय ओर ले चमत्कारी ओर अनन्त जीवन तक अक्षय रूपी मनचाहा लाभ,बता रहें है,स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी…

अक्षय तृतीया पर माता पूर्णिमां की तीसरी शक्ति अवतार यानी जो समुंद्र मंथन में निकली माता लक्ष्मी के कृपा धातु यानी सोना ओर उससे बने कोई भी जेवर आदि खरीदने से माता पूर्णिमा सहित माता लक्ष्मी की कृपा अक्षय रूप में बनी रहती है,वैसे तो इस दिन कोई भी वस्तु का दान देना ही मुख्य ओर परम् लाभकारी होता है,जिसमें है-किसी भी देवी देवता की मूर्ति जो पीतल या सवर्ण आभा वाली हो,विशेषकर माता पूर्णिमा की दिव्य मूर्ति की मन्दिर में स्थापना करानी या इतना भी नही कर सकते तो,एक या 5 या 7 या 9 या 11 या अधिक मूर्तियों का अपने परिचितों या देवी देव के भक्तों को अपनी ओर से भेंट करें,यो यदि आप ऐसा भेंट करके लोगो के घरों में उनके पूजाघरों में दैविक शक्ति की स्थापना कराकर देवी की पूजा को बढ़ावा देते है,तो जानो आपको सारे तीर्थ करने का एक हजार बार घूमने ओर वहाँ किये गए दान के बराबर का फल,केवल दैविक मूर्तियों को लोगो मे भेंट करके घर बैठे ही सहजता से प्राप्त हो जाएगा,ओर इतना ही नहीं,जाने कितने जन्मो तक को अक्षय रूप में प्राप्त होगा,ये भी कोई नहीं कह सकता,यानी अनन्त जन्मो तक को अक्षय भक्ति की शक्ति और उसका शुभ चमत्कारी लाभ घर बैठे ही प्राप्त होगा,ये शास्त्र वचन है।…

Akshaya Tritiya 2019: इस बार अक्षय तृतीया का महापर्व 7 मई को है। इस दिन मांगलिक कार्य, मुंडन, शादी विवाह, बहू का प्रथम बार चौका छूना, दूकान की ओपनिंग व्यापार का प्रारंभ और सारे शुभ कार्य किए व कराए जाते हैं। भारतीय पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया को बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। इस वर्ष 7 मई 2019 को पूरे 15 साल बाद अक्षय तृतीया पर सूर्य, शुक्र, चंद्र और राहु अपनी उच्च राशि में प्रवेश करेंगे।
यो यह बेहद शुभ संयोग है। इस दिन ऊपर बताया सहज सरल उपाय महादेवी पूर्णिमा की दिव्य मूर्ति की स्थापना ओर भक्तो में जितनी अधिक सामर्थ्य हो,उतनी मूर्ति लेकर भेंट कर,या सोना का अपने घर मे रखने के लिए ही खरीदना बहुत शुभ माना गया है।
इस दिन अधिक से अधिक खीर बनाकर,उसमे से थोड़ा भोग माता पूर्णिमा को लगाकर,बाकी किसी भी मन्दिर पर जाकर भक्तों में बांटे, तो अक्षय फल की प्राप्ति होगी।

मूल्य – 201 रुपये है, 6 इंच की मूर्ति

*डांक खर्च अलग से लगेगा।

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
Www.satyasmeemission.org

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