International Day of Women and Girls in Science विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 11 फरवरी

International Day of Women and Girls in Science विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 11 फरवरी

इस विषय दिवस पर अपनी ज्ञान कविता के माध्यम से स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 फरवरी को “विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस” के रूप में मनाने को विश्व व्यापी रूप से निश्चित किया है।
यह दिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिलाओं और लड़कियों की क्या ओर कैसे महत्वपूर्ण भूमिका रही और वर्तमान में है और भविष्य में होगी,इसको पहचानने के लिए मनाया जाता है।

ये दिवस पहली बार 2016 में मनाया गया था। इस दिन को मनाएं जाने उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित यानी एसटीआर के क्षेत्र में महिलाओं एवं बालिकाओं की समान सहभागिता और भागीदारी सुनिश्चित करना है।

इस दिवस पर स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी की ज्ञान कविता है कि,

विज्ञान दिवस पर कविता

विशिष्ट नाम ज्ञान विज्ञान
क्या क्यों कैसे के ले प्रश्न।
खोजो जानो लगा परिश्रम
पाकर उपलब्धि करके हर्षन।।
ज्ञान क्षेत्र चाहे कोई हो
उसका सही हो कैसे उपयोग।
मनुष्य जीव भला हो कैसे
उन्नति पाये मानुष इस योग।।
विधुत कैसे बनती जग में
ओर कैसे खनिज बनते धरा।
कैसे पर्वत सागर बने मरुस्थल
कैसे बने जीव जगत हर तरहां।।
झरने नदी एक दिशा में बहते
ओर कहाँ जाकर मिलते हैं एक।
कैसे घूमें पृथ्वी चांद ओर सूरज
ये अग्नि हवा आकाश बने अनेक।।
तरंगे कैसे एक दूजे पहुँचे
ओर रोग पनपे कैसे शरीर।
काम प्रेम अष्ट विकार सुकार सब
कैसे मन मष्तिष्क पनपे धीर अधीर।।
भौतिक रसायन जीव जंतु
मुख्य है चार धारा विज्ञान।
अनन्त शाखाएं उपविज्ञानी
अभी शेष खोज है विज्ञान।।
देश विदेश पुरुष और नारी
किया वैज्ञानिक बनकर शोध।
निकाला मानवता कल्याण को
हर प्रश्न समाधान ज्ञान विज्ञान कर बोध।।
कौन हुए विश्व महान विज्ञानधर
आओ जाने उनके कुछ नाम।
बढ़ता इससे क्या काम किया
इन्होंने मानवता विकास का काम।।
सुषेण सुश्रुवत चरक लुक़मान
कणांद नागार्जुन आर्यभट्ट।
बौधायन कौमारभृत्य जीवक
वराह मिहिर ब्रह्मगुप्त वाग्भट।।
पतंजलि भास्कराचार्य लीलावती
कात्यायन पाणिनि पिंगल भरत।
रामानुजन संजीव रघुनाथ परांजपे
रमन भाभा खुराना कलाम विज्ञमहार्थ।।
न्यूटन आइंस्टीन एडिसन विंची
अल्फ्रेड नोबेल आर्मेडियो लावोइसीयर अरस्तू ।
अगस्तिन फ्रेसनेल डॉप्लर हैली
एडविन हबल हॉकिंग वैज्ञानिक अस्तु।।
विज्ञान जगत में नारी स्थान
उनकी खोज बनी जग कल्याण।
नित दिन पढ़ बढ़ रही नारी की शिक्षा
जो दे रही सहयोग विश्व विज्ञान।।
हेडी लमर ऐडा लवलेस स्टेफ़नी कोलेक
कैथरीन बर्र ब्लॉडगेट।
मिरियम मेनकिन ने मिटा बांझपन
नारी में खोल दिया नवसृष्टि का गेट।।
टेसी थॉमस रितु करिधल
मुथैया वनिता गगनदीप कांग।
मंगला मणि कामाक्षी शिवरामकृष्णन
चंद्रिमा शाह भारत महिला दिया विज्ञान लांघ।।
अर्चना शर्मा जानकी रंगनाथन आसिमा चटर्जी
कादंबिनी इरावती कार्वे अन्ना राजेश्वरी।
रमन परिमला विभा चौधरी
कमल रानादिवे है भारत विज्ञानधरी।।
सदा जागरूक ज्ञान के प्रति रहना
ओर जानो कैसे क्या होता है।
इसी उपलक्ष्य में विज्ञान दिवस
सारे विश्व में आज ओर नित मानता है।

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org

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