अज्ञान अमावस्या से ज्ञान पूर्णिमाँ तक
अज्ञान अमावस्या से ज्ञान पूर्णिमाँ तक..इस कवित्त्व के माध्यम से जनसंदेश देते हुए स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी बता रहें है की- अपने को जानो, अपने में छिपे सत्य को ज्ञान से उजागर कर सको.. जिस पद प्राप्त करते हुए भी हो रहे इंद्र सहित सब देव दीन। और दुखित सदा...