चार्वाक दर्शन और सनातन चिंतन के भेद को बताते हुए स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते हैं की….
चार्वाक दर्शन और सनातन चिंतन के भेद को बताते हुए स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते हैं की…. जेसे अनेक ब्रह्मर्षियों के विषय में उनकी अनेक संतानों को लेकर भ्रांतियां है, की महर्षि वशिष्ठ के सो पुत्र थे अथवा भगवन विश्वामित्र के सो पुत्र थे। ये एक प्रकार से असम्भव है।...