25 अप्रैल विश्व मलेरिया दिवस पर सत्यास्मि मिशन का मलेरिया से सावधानी व स्वच्छ्ता विषयक कवित्त्व संदेश

25 अप्रैल विश्व मलेरिया दिवस पर सत्यास्मि मिशन का मलेरिया से सावधानी व स्वच्छ्ता विषयक कवित्त्व संदेश
मच्छर मच्छर मच्छर
जहाँ देखो अनंत है मच्छर।
इन पर दवाई नही प्रभावी
बचे कैसे इन मच्छर।।
मच्छर छोटा नाम बड़ा डर
मंडराएं आतंक लगा ये पंख।
दिन रात घर बाहर
सुख निंद्रा कर दी भंग।।
घर पार्क या जंगल हो
ये सब जीवों के शत्रु।
रक्त पीते दिन रात में
रक्त बीज नामक ये शत्रु।।
इनके कारण मानव भी
बन गया आज है रोगी।
दवा इन संग हमें भी मारे
इनका एक दंश बनाएं रोगी।।
पीन्न पीन्न करते आते
पहले कान पे बीन बजाते।
भगाओ चाहे इन्हें कितना
ये काट हाथ नही आते।।
खुले एकांत सुख नही आज
ध्यान योग सब भंग।
खुली हवा में सोना भूले
हो गए कमरे में सब बंद।।
बच्चे नंगे रहना भूले
उन्हें सदा कपड़ों से ढके रहो।
इन दुष्ट मच्छरों के कारण ही
अस्पताल में रोगी बन पड़े रहो।।
इनका काटना बड़ा दुखदायी
तेज बुखार प्रभाव नही दवाई।
भरे पड़े है अस्पताल आज
रोगी मृत्यु कष्ट अथाई।।
ये मच्छर ही है महंगाई की जड़
इन कारण महंगी बनी दवाई।
ये ना हो तो ना रोग ना रोगी
बिन रोग घटे महंगाई।।
मलेरिया निरोधक उपाय
इनसे बचने के निम्न उपाय
गंदा पानी तुरंत बहाओ।
भरों सड़े पानी के सब गढ्ढे
वहाँ दवाई छिड़को या छिड़कवाओ।।
खुले में सोना या लेटो
मच्छरदानी अवश्य लगाओं।
शरीर पर निरोधक क्रीम लगाना
दूषित कूड़ा तुरंत जलाओ।।
जरा बुखार लगता हो
शीघ्र डॉक्टर जा दिखाओ।
समय पर दवाई लेना
मच्छर निरोधक उपाय अपनाओ।।
नित्य योग करो प्रातः साय
प्रातः खाओ कोमल पत्ते नीम।
सदा पानी पीओ अधिक
पाओ निरोगी जीवन असीम।।
??????????
?

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Scroll to Top