अब जल्द ही एक नई पॉलिसी आने वाली है-विवाह से पूर्व लड़की या लड़के वालों को डॉक्टरी सेवा का प्राइवेट या सामूहिक ये पक्ष “जच्चा बच्चा स्वास्थ्य बीमा” का इंस्योरेन्स करना अनिवार्य होगा कि

अब जल्द ही एक नई पॉलिसी आने वाली है-विवाह से पूर्व लड़की या लड़के वालों को डॉक्टरी सेवा का प्राइवेट या सामूहिक ये पक्ष “जच्चा बच्चा स्वास्थ्य बीमा” का इंस्योरेन्स करना अनिवार्य होगा कि,

मेरी पूर्व अनेक जनकल्याण भरी भविष्यवाणियां जो समयानुसार सही गयी,उनमें से एक बहुत पहले कही गयी थी,जो आज इस लेख केमाध्यम से यहाँ कही जा रही है कि,

जच्चा बच्चा स्वास्थ योजना:-

यो तो सरकार द्धारा ये जच्चा बच्चा स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत जननी सुरक्षा योजना चल रही है,जो बहुत कारगर होते भी उतनी सफल नही कहीं जा सकती है,
देश में हर साल गर्भावस्था के दौरान होने वाली दिक्कतों और बीमारियों की वजह से 56,000 से अधिक महिलाओं की मौत हो जाती है।
गर्भवती महिलाओं और नवजातों की स्थिति में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार ने जननी सुरक्षा योजना जेएसवाई की शुरुआत की है। जेएसवाई में गर्भवती महिला की डिलीवरी होने पर सीधे उनके बैंक अकाउंट में 6000 रुपये दिए जाते हैं।

डिलीवरी का पैसा कितने दिन में आता है?

योजना के तहत संस्थागत प्रसव कराने वाली शहरी महिलाओं को 1000 व ग्रामीण महिलाओं को 1400 रुपए बतौर प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। खासकर ग्रामीण इलाकों के पीएचसी व सीएचसी में होने वाले प्रसव के बाद चेक से मिलने वाली राशि के लिए हितग्राहियों को 15 दिनों तक भी इंतजार करना पड़ता है।

जेएसवाई में मदद की यह रकम जच्चा-बच्चा को पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराने के हिसाब से दी जाती है।
ऐसी बहुत सी सरकारी सुविधाएं होने पर भी ये बहुत पर्याप्त नहीं है।
यो,अभी ऐसी सार्वजनिक पॉलिसी ओर संशोधित होकर जनकल्याण को आनी ही चाहिए।

जननी सुरक्षा योजना से सालाना एक करोड़ से अधिक महिलाओं को मदद मिल रही है. सरकार जेएसवाई पर सालाना 1600 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. जेएसवाई की शुरुआत 12 अप्रैल 2005 को की गयी थी।
यो ये सब इतनी सुविधाजनक नही है कितनी की यहां नई स्कीम को सभी डॉक्टरों को अपनी ओर से सामूहिक या प्रारम्भ में व्यक्तिगत रूप से चलानी चाहिए जो देर सवेर चलेंगी ही,
वो क्या होंगी…

जिसमें ये सविधाएँ लागू होंगी:-

1-बच्चे के प्रेग्नेंसी की सारी तैयारी के खर्चे का छूट के साथ लाभ।
2-प्रेग्नेंसी समय के सभी खर्चों में छूट के साथ लाभ।
3-यदि ऐसे प्रेग्नेंसी समय कहीं बाहर दिखाना पड़े या आप अपने इंस्योरेन्स डॉक्टर से दूर हो तो,वहाँ के डॉक्टर से वही सब सविधाएँ सबसे पहले प्राथमिकता ओर सहजता के साथ मिलेगी।
बच्चे के जन्म से लेकर उसके हॉस्पिटल में रहने पर या अचानक देर रात आदि समय कष्ट होने पर उसे बिना किसी समय गुजारे दाखिल करके देखभाल सम्बन्धित सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगे।
4-बच्चे और मां को सभी पुरानी ओर नई बीमारियों सम्बन्धित टीकाकरण आदि की सुविधा मिलेगा।
5-नवजात बच्चे की जन्म नाल को भी भविष्य सभी रोगों के इलाज को बैंक में सुरक्षित रखने आदि की व्यवस्था होगी।

क्योकि जब विवाह हो जाये तो पत्नी की प्रेग्नेंसी से लेकर बच्चे के होने के 3 या 5 साल तक के सभी टीकाकरण आदि चिकित्सा तक सब फ्री होगा।
क्योकि आज लगभग सभी नवविवाहित जोड़े विवाह के तुरन्त बाद से ही किसी न किसी स्वास्थ चिकित्सा के चक्कर में डॉक्टरों के यहां अपना नम्बर लगवाए रहते है।
छोटी फैमली होने से ये समस्या और बढ़ती जा रही है।
पति को अपनी नोकरी या कार्य के साथ साथ पत्नी के लिये डॉक्टरों के यहां अपॉइंटमेंट लेकर उसके साथ लगभग साथ जाना अनिवार्य होता जा रहा है,नहीं तो गृहस्थी सुख तनावपूर्ण होता जाता है,इस शिकायत से की कैसा पति है,एन्जॉय को पत्नी और कष्ट में पत्नी की कोई और परिजन संगत दे।पहले तो सास नन्द आदि संग चले जाते थे।
अब ये भी एक प्रेमरोग बन गया है।
डॉक्टर प्रेगनेंसी होते ही बेडरेस्ट की घोषणा कर देते है और पहले ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी और समय आते आते बच्चा उलटा हो गया है या भारी है या कोई और बात है यो कहकर ऐसी हालात उत्पन्न कर देते है कि,मरीज की जान खतरे में होते देख ऑपरेशन होना जरूरी करना पड़ता है ओर बस यही से नवजात जच्चा बच्चा विभिन्न कमजोरियों से उत्पन्न रोगों से पीछा छूटा ही नहीं पाता है।यो बेडरेस्ट भी एक पहली डॉक्टरी आवश्यक सलाह है जिसके चलते अब नवविवाहिता के घरेलू काम करने उसकी मर्जी पर निर्भर करते है,वो करें तो करें, नहीं तो डॉक्टर में बिलकुल बेडरेस्ट बताया है,कह छुट्टी।
ये तो हुए चल रहे प्रचलित चिकित्सक बातें,,
पर नई यही आ रही है कि जो इन समस्याओं का कथित समाधान होगा।

यो देखें तो, ऐसी सभी चिकित्सा सम्बन्धित सुविधा भरी पॉलिसियों का हर मरीज को किसी न किसी रूप में डॉक्टरों द्धारा चलाई गई अच्छी स्कीम का बड़ा फायदा मिलेगा।

ओर जल्द ही कोरोना जैसी ओर संक्रमित रोगों के इलाज को भी ऐसी स्वास्थ्यवर्द्धक पॉलिसियां भविष्य में आने वाली है।

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जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिबजी
Www.satyasmeemission.org

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