आज चेत्र अमावस्या को ओर नवरात्रि मे दिखे स्वपन से जाने अपना पुरा नववर्ष,,,
प्रत्येक अमावस्या के मुख्य देव है,राहु देव।
जेसे आज कि अमावस्या मंगलवार को पड रही है,यानी आज कि अमावस्या है,भोमवती अमावस्या,ओर मंगल देव ओर राहु देव का योग बना,यानी मंगल ओर राहु कि युक्ति से दोष बना,किसी मंगल कार्य मे पहुंचाया गयी कोई दुष्ट बाँधा से बना दोष।या आपके या आपके पिता द्धारा किया,नवरात्रि से पहले दिन को किया गया कोई बुरा कर्म,जेसे शराब पीना,कोई तान्त्रिक कार्य,कोई मारक मन्त्र साधना,भोग विलास,ओर फिर अगले दिन से नवरात्रि के व्रत रखते हुये,उसी कर्म पर विचार करते हुये जप ध्यान करने से बनने वाले दोष को भोमवती अमावस्या दोष कहते है।यो,इससे आपको वो कर्म पिशाच बनकर बांधा देगा।दुर्घटना होने से कष्ट मिलता है,ऑप्रेशन हो,फोड़े फुन्सी हो,बुखार रहे,कोई कष्टकारी बिमारी हो जाए,इस वर्ष मे होने वाले मंगल उत्सव मे बार बार बडी बांधायें आये।
यो यदि आज अमावस्या को जो भी सपना दिखा हो,उसका अर्थ करें,ओर उसे इस वर्ष का अपना भविष्यफल माने,अमावस्या का मुख्य देव राहु है,यानी पुर्व जन्म का पाप या पुण्य का फल,ओर आपके उपर पिर्तदौष कौन सा है,पिता का या माता का इनके परिजनों का,,
यो आज अमावस्या पर पितर दिखें तो,कि नाराज या परेशान या प्रसन्न तो वही परिणाम पूरे वर्ष मिलेगा,,
ओर चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों मे जो जो सपने दिखें या कुछ नहीं दिखें,तो अपना वही भविष्य जाने,यो अपनी डायरी मेँ अपना इन दिनो का देखा सपना लिख ले,
ओर उस पर गहरायी से विचार करके भविष्यफल निकाले,तो आप देखेंगें कि,बहुत हद तक सत्य पायेंगे।
ओर उसी अनुसार अपना गुरु मन्त्र व इष्ट मन्त्र का जप को उन्हीं को अर्पित करें,तो शान्ति व लाभ मिलेगा।
जय सत्य ऊं सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org
