No comments yet

तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस 2 मई पर ज्ञान कविता इस दिवस पर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,

तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस 2 मई पर ज्ञान कविता

इस दिवस पर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,

तेलंगाना राज्य की स्थापना 2 मई 2014 को हुई।और तेलंगाना का भारतीय राज्य में लगभग 5,000 वर्षों का अतिप्राचीन सांस्कृतिक राजनीतिक व्यवसायिक भूगोलिक इतिहास है। हिन्दू काकातिया वंश और मुस्लिम कुतुब शाही और आसफ़ जाही राजवंश जिसे हैदराबाद के निज़ाम भी कहा जाता है,उनके शासन के समय यह क्षेत्र भारतीय उपमहाद्वीप में संस्कृति का सबसे प्रमुख केंद्र के रूप में सभी क्षेत्रों में उभरा। यहां के पूर्वकाल के शासकों के संरक्षण और कला,वाणिज्यिक और संस्कृति के लिए उनकी अभिरुचि ने तेलंगाना को एक अद्वितीय बहु-सांस्कृतिक क्षेत्र में रूपांतरित कर दिया। जहां दो भिन्न भिन्न संस्कृतियां एक साथ मिलती हैं। इस प्रकार तेलंगाना को दक्कन पठार के प्रतिनिधि और वारंगल और हैदराबाद के साथ इसकी विरासत बनाते हैं। मनाए गए क्षेत्रों की प्रमुख सांस्कृतिक घटनाएं ” ककातिया महोत्सव” और दक्कन महोत्सव हैं, धार्मिक त्यौहारों के साथ बोनालू , बाथुकम्मा , दशहरा , उगादी , संक्रांति , मिलद अन नबी और रमजान।
यहां के मुहम्मद क़ुली क़ुतुब शाह उर्दू के पहले साहेब-ए-दीवान थे।प्रारंभिक युग से तेलंगाना के अन्य कवियों में पोथाना, कंचरा गोपन्ना या भक्त रामदासु, मल्लिया रेचाना, गोना बुद्धा रेड्डी, पालकुर्थी सोमनाथ, मल्लिनथा सूरी और हुलुकी भास्कर आदि शामिल हैं। आधुनिक युग के कवियों में पद्म विभूषण कालोजी नारायण राव, साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्तकर्ता दासराथी कृष्णमचारीुलु, और ज्ञानपीठ अवॉर्ड प्राप्तकर्ता सी नारायण रेड्डी, साथ ही भारत देश के नौवें प्रधान मंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव जैसे प्रतिभाशाली व्यक्तित्व भरे आंकड़े शामिल हैं।यहां के केंद्र साहित्य पुरस्कार के लिए समला सदाशिव का चयन किया गया था। हिंदुस्तान शास्त्रीय संगीत के विषय पर उनकी पुस्तक स्वरलालयु ने वर्ष 2011 के लिए पुरस्कार जीता था।
ऐसे ही अनेक शेष ऐतिहासिक तथ्यों के साथ राजनीतिक,सांस्कृतिक,व्यवसायिक आदि विषयों को लेकर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी ने अपनी ज्ञान कविता में इस प्रकार व्यक्त किया है कि,
!!💐तेलंगाना स्थापना दिवस 2 मई पर ज्ञान कविता💐!!

तेलंगाना नाम का अर्थ व्यापक
तेलुगूभाषियों की भूमि।
तेलगू माने त्रिलिंग शिव शक्ति
तेनुगु मधुमधुर ज्ञानमयी भूमि।।
त्रिनग तीन पर्वत श्रंखला घिरा
मल्लिकार्जुन कालेश्वर द्राक्षाराम।
त्रिलिंग शिवकृपा धरा प्रदेश
आंध्र जाति बनी विश्वामित्र शाप संतति नाम।।
वेगिनाम कहे कृष्णा गोदावरी मध्यक्षेत्र
संस्कृत भाषा बाहुल्य शब्दावली।
द्रविड़ परिवार विकास परम्परा
विश्वामित्र आंध्र पुलिंद शबर वंशावली।।
10 ज़िले है हैदराबाद अदिलाबाद
खम्मम करीमनगर महबूबनगर।
मेडक नलगोंडा निजामाबाद रंगारेड्डी
वारंगल जिन्हें बांट इकत्तीस बनाये जिला सदर।।
तेलुगु साहित्यम् अत्यन्त समृद्ध प्राचीन
ककातिया महोत्सव, दक्कन महोत्सव।
नौवें प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव रहे
मुहम्मद क़ुली क़ुतुब शाह रहे उर्दूकवित्सव।।
किसान विद्रोह आंदोलन चला
जो था कम्युनिस्ट नेतृत्व अधीन।
बढ़ बना सामुहिकवाद जनांदोलन
2 जून 2014 स्थापित तेलंगाना राज्य स्वाधिन।।
आओ मनाये इस दिवस सबजन
राज्य विकास हो बहु प्रयास।
तेलंगाना बने समृद्ध क्षेत्र सब
इस संग भारत देश बने खिल सुहास।।

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org

Post a comment