20 मई एच.आर.एम. यानी विश्व मानव संसाधन प्रबंधन दिवस पर ज्ञान कविता
इस दिवस पर अपनी ज्ञान कविता के माध्यम से जनसन्देश कहते हुए इस प्रकार लिखते है कि,
अनगिनत युवा एच.आर.एम. बने है
अनेक देश विदेशी कम्पनी।
सेवा दे रहे अपनी प्रबंधन शिक्षा की
ओर रोजगार दे संग ले रहे अपनी।।
इसके चार मूल नियम हैं
पहला प्रतिष्ठानात्मक प्रबंधन।
दूजा कार्मिक प्रशासन व्यवस्था
तीज मानव शक्ति चौथी औद्योगिक प्रबंधन।।
ये ज्ञान कौशल सीख कर
ओर बढा व्यापक सुसंगत दृष्टिकोण।
उद्धेश्य व्यक्तिगत या सामूहिक हो
उसे उच्चतम लाभ व्यापार दे चाहूंकोण।।
एच.आर यानी कार्मिक प्रबंधन
ओर एम. कहें व्यवस्थापक अर्थ।
जनभाषा में अर्थ यह है
रोजगार,विकास,उपयोग,सेवा,काम है अर्थ।।
ओर सेवा लेनी देनी कारज करके
प्रतिष्ठान की आवश्यकता अनुरूप।
बनाये रखते हुए गरिमा उनकी
बदले में धन ले भरण पोषण निजरूप।।
आओ इस शिक्षण व्यवस्था को सीखें
ओर बेहतर बनाये देश व्यापार।
संग ही सुद्रढ़ करें अर्थव्यवस्था
मनाकर इस दिवस को इस ज्ञानसार।।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org