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ऑक्सीजन डे प्राणदान दिवस

ऑक्सीजन डे प्राणदान दिवस

[🌳आज ओर हर एक दिन ☂️]

आज की भयावह जीवन पर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी अपनी ज्ञान और कविता में यो कहते हैं कि,

निरंतर बढ़ती महामारियों के चलते अकाल मृत्यु पाते जारहे लोग ओर बढ़ती जा रही ऑक्सीजन के सिलेंडरों की मांगे,जो सभी की पूर्ति बिल्कुल नही कर सकती है,परिणाम अनगिनत लोग बिन ऑक्सीजन के मर रहे है और कारण सीधा सा ह की,हमारे प्राणों के सदा रक्षक रहे पेड़ों को हमने काट कर अपने जीवन के पैरों पर दोनों हाथों से कुल्हाड़ी मारकर अपनी हत्या खुद की है,यो मेरासभी से अनुरोध है कि,आज एक ही धर्म और कर्म की सब से पहले जरूरत है….पेड़ो को लगाना।
ओर आज सब विकासों की बातों को छोड़कर पहली और अंतिम विकास की जरूरत है…..पेड़ लगाना।
आज राजनीति इलेक्शन से ज्यादा जरूरत है…वृक्ष लगाना।
आज स्वास्थ्य को ऑक्सीजन के सिलेंडरों को नकली प्राणों सेभरने की जगहां जरूरत है..पेड़ लगाना।
आज नोकरी ओर विवाह ओर संतान से ज्यादा जरूरत है…तुरन्त पेड़ लगाना,यही हमारा जीवन और भविष्य सन्तान सँवारेगे।हम नही तो भविष्य कहां?

यो सब काम छोड़ो पेड़ों से नाता जोड़ो।
ओर मौत का मुख बन्द कर जीवन से नाता जोड़ो…

यो स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी की अभी लिखी ये कविता इसी बात को कह रही है कि..

पेड़ काटने का आज मिल रहा
ऑक्सीजन कम हो मृत्यु दंड।
पेड़ घटा आबादी बढा कर
टूट रहा रोग कहर बन प्रचंड।।
पृथ्वी मंडल ओजोन बना है
जो रक्षा कवच ऑक्सीजन है।
ओजोन विनाश विज्ञान नित करता
नए पेड़ों बिन हम बनते निर्जन है।।
आज मांग बढ़ी कृतिम ऑक्सीजन
कृतिम प्राणों से पा जीवनदान।
कैसे बचेंगे इस विज्ञान विधि हम
जिसमें प्रतिशत मात्र भरा प्राणदान।।
ऑक्सीजन सिलेंडर कुछ देर के पूरक
जल्दी खत्म ये हो जाएंगे।
सबको नहीं प्राप्त ये होंगें
तब पेड़ ही सच्चे प्राण हम देंगे।।आज ही लगाओ नए पेड़ सब
ओर सींचो उन्हें पानी देकर।
वे जीवित तो हम जीवित हो
इन बिन मरें हम नित जन देकर।।
पेड़ फूंक दिए चिता जलाकर
अब कटे पेड़ भी नहीं बचे।
दाहसंस्कार भट्टी में जलकर
नरक रास्ते हम बिन परिजन रचे।।
हाय हाय छोड़ शीघ्र पेड़ लगाओ
अभी बचा उस जीवन संवार।
पेड़ लगाओ पेड़ लगाओ
ओ ज्ञानी नाम मनुष्य मूर्ख गंवार।।
आज एक ही धर्म पेड़ लगाओ
व्यर्थ कथा छोड़ पेड़ लगाओ।
पूजा करनी पेड़ लगाओ
पेड़ लगाना ध्यान बनाओ।।
पेड़ों से सीखों त्याग और दान
सीखों निस्वार्थ प्रेम पेड़ दें हम जीवनदान।
जीवित रह हम फल छाया देते
भूख मिटा मर जल दें हम दाहसंस्कार दान।।
भर दो धरती फिर हरियाली
भर दो प्राणों से जीवन प्याली।
बकवास छोड़ तुरन्त पौधे ला
पेड़ लगा जो जगहां मिले खाली।।
टीवी चैनल समाचार दिखाओ
पेड़ लगाओ पेड़ लगाओ।
अखबार मुख्य ख़बर यही हो
ओर मनुष्य पेड़ लगाओ पेड़ लगाओ।।
ऑक्सीजन एक सप्ताह हो पूरी
रोग मिटें घटे तुरंत मृत्युदर।
प्राणवायु बढ़े तभी प्राणायाम हों
योग सफल करें पेड़ हरे हर घर।।
मंत्र जपो पेड़ लगाओ
पेड़ लगाना प्राण योग है सच्चा।
आज ही भर दो घर आंगन हर
लग जाओ अभी इस काम हर जन बच्चा।।

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmmeemission.org

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