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22 मई राजा राममोहन राय जन्मोदिवस पर सत्यास्मि कवित्त्व शुभकामनाएं:


नारी की अंतर्बहिर पीड़ा
ज्वलित निरंतर आत्म अतिदेह।
विवशता शोषितता युगांतर मारी
उससे जन्मा राम मोहन अथेय।।
जो छिपा दिया धर्म वेदों का
केवल अपने उपयोग स्वार्थ।
उसी समाज उत्थान के हित को
लोट आया वही राम मोहन हितार्थ।।
आओ जुडो सनातन धारा
आवाहन किया विविध समाज।
सनातनीय हो तुम एक ब्रह्मवादी
जन हित निर्मित कर ब्रह्म समाज।।
पुस्तक लिखी सिद्धांत कौमुदी
और किया सती प्रथा का विरोध।
विभूषित हुए अकबर द्वितीय से
राजा नाम दोष समाज निरोध।।
समर्थन किया पाश्चात्य शिक्षा का
और उपदेशक थे एक ईश्वरवाद।
वेदांत विद्यालय किया स्थापित
स्वतंत्र समर्थक पत्रकारिता संवाद।।
अग्रदूत समाचारिक भारत के
प्रचारक स्वतंत्र भारत हितकार।
समर्थक आधुनिक युग भारत के
युगदूत भारतीय क्रांतिकार।।
वैदिक परम्परा प्रचलन करके
किया मूर्तिपूजा अवतार विरोध।
राम कृष्ण कर्मवादी दर्शन
दे मिटाया जातपात अवरोध।।
सत्य समर्थक ॐ उपासक
जाति पाति उद्धारक नार।
जन्मदिवस राजा राम मोहन
हर भारतीय नमन श्रद्धाउपहार।।
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