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श्रीमद् भगवान बद्रीनाथ आरती

ॐ जय श्री बद्री नाथ,ॐ जय श्री बद्री नाथ..
तुम सत्यनारायण आदि-2,तुम नाथों के नाथ।ॐ जय श्री ब्रदी नाथ।।
सत्यई पूर्णिमाँ तुम्हरी शक्ति,जगजन्नी नारायणी नाम-2..नारायणी..
तुम्हीं त्रिदेव हो रूपा-2,हिम तीर्थ निवास है धाम।।ॐ जय श्री बद्रीनाथ।।
सत्य नर पुरुष नारायण नारी,सत्य त्रिगुण तुम त्रिदेव-2..सत्य..
ब्रह्मा विष्णु शिव हैं रूपक-2,सत्य नारायण स्वमेव।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
ब्रह्मा विष्णु शिव दी आज्ञा,जप तप करो यहाँ घोर।
तब वेद दिए ब्रह्मा को तुमने-2,और शिव दिया ज्ञान अघोर।।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
विष्णु को चौबिस वर देकर,भेजा धरा उद्धार-2..भेजा..
श्री हरी विष्णु अवतारा-2,चौबिस पूर्ण करें अवतार।।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
षोढ़ष कला पूर्णिमाँ देवी,संग नारी दिए अवतार-2..संग..
वही सरस्वती लक्ष्मी काली-2,वही सीता राधा नार।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
अलक निरंजन तुम हो स्वामी, गंगा अलकनंदा यो नाम-2..गंगा..
तृप्तकुंड स्नान सभी कर-2,भक्त पायें सब वरदान।।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
नर नारायण तुम्हीं अंश है,सत्य नर नारायण नार-2..सत्य..
ब्रह्मा पुत्र धर्म रूचि जन्में-2,जग दिया दिव्य प्रेम उपहार।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
बदर बेर है भोग तुम्हारा,हिमवन फल इस क्षेत्र-2..हिमवन..
जप तप कर जो बेर चढ़ाये-2, दर्शन बद्री हो दिव्य नेत्र।।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
दाल गिरी मिश्री वनतुलसी-2,नर नारायण है भोग-2..नर..
अखंड दीप ज्योति है जलती-2,अखंड ज्ञान दे योग।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
चार भुजा बद्री नारायण,ध्यान मुद्रा सिद्ध-2..ध्यान..
यक्ष किन्नर गंधर्व है सेवक-2,अर्चक ऋषि मुनि नव सिद्ध।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
अंतर्निहित हुए जग ध्याना,पुनः प्रकट भक्ति उभार-2..पुनः..
शँकराचार्य भक्ति हुए प्रकट-2,पुनः रामानुज आचार्य।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
ब्रह्म कपाल ब्रह्म तप स्थल,जहाँ सिद्ध हो यज्ञ अनुष्ठान-2..जहाँ..
शेषनेत्र शिला शिव योग कुंडलिनी-2,चरणपादुक हरि भगवान।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
नर जांघ जन्म उर्वशी अप्सरा,मंदिर बामणी गांव-2..मंदिर..
माणा गांव सरस्वती नदी हैं-2,युधिष्ठर स्वर्ग सतोपंथ गांव।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
अष्ट वसु तप फल वसुधारा,एक छींट पाये मिटे पाप-2..एक..
लक्ष्मी वन लक्ष्मी है दाता-2,जहाँ मिले जाप धन आप।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
सरस्वती नदी पार को सेतु, बड़ी शिला है भीम-2..बड़ी..
वेद व्यास गणेश गुफा है-2,जहाँ वेद रचे है असीम।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
बद्री नाथ की आरती गावे,ब्रह्मा विष्णु शिव प्रसन्न-2..ब्रह्मा..
नर नारायण दर्शन मिलते-2,सुख सिद्ध मोक्ष सम्पन्न।ॐ जय श्री बद्री नाथ।।
बोलो?जय श्री बद्री नाथ की जय?

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