वेलेंटाइन सप्ताह के पांचवे प्रोमिस डे यानि वादा ए दिन पर अपनी वादे का सच्चा प्रेरक मतलब बयां करती सत्यसाहिब जी की ये कविता…

वेलेंटाइन सप्ताह के पांचवे प्रोमिस डे यानि वादा ए दिन पर अपनी वादे का सच्चा प्रेरक मतलब बयां करती सत्यसाहिब जी की ये कविता…

प्रेमा भक्ति में भी पांचवा भक्ति अंग है- अर्चन:-यानि मन, वचन और कर्म द्वारा अपने प्रेम जीवन साथी से किये सभी कथनो यानि वादों को बिना किसी लाग् लपेट किये उन्हें सम्पूर्णता से पूरा करना।इसे ही सच्चा वादा करना कहते है।तभी सत्यसाहिब कहते है की-
!!बिन दिल में लिए खोट, किये वादे पुरे डंके की चोट!!
जिसके मन में खोट,प्यार संग मुकद्दर जाए लोट!!
यो चाहे प्रेमा भक्ति में ईश्वर से हो या गुरु से या अपने प्रेम साथी से तन मन वचन यानि अपने किये वादे बिन खोट रखें सदा पुरे करोगे,तो सभी कुछ सहजता से और पूर्ण होकर मिलता है।

!!💞प्रोमिस डे🤝!!

[ एक प्यार ए सफर🤝-5]
🌹🌹🤝💞🤝🌹🌹
क्यों बेठी यूँ गुमसुम हो
किस ख्याल में हो खोयी हुयी।
क्यों उतरा सा चेहरा तुम है
क्या सपने ले हो सोयी हुयी।।
मैं किये वादों पे सोच रही
क्या निभ भी हम वो पाएंगे।
कहना सुनना है बड़ा आसां
क्या सजा उन्हें हम पाएंगे।।
प्यार किया यदि सच्चा है
तो वादा दिल ए जुबा सही।
प्यार यदि मतलब ए तलब
तो वादे टूट बिखर जातें कहीँ।।
हम तुमने एक दूजे चुना नहीं
हम तो सदा से रहे हैं संग।
बस नाम हमारे बदलते है
हम सदा रहेंगें यूँ हम अंग।।
यूँ ही नहीं थामा हाथ हमने
की मिले और बिछुड़ जाये।
जुबां दी मुकरने को नहीं
दिल दे अपना खुद तोड़ जाये।।
तुम आइना ए अक़्स हो मेरा
और हो दीखता मेरा वज़ूद।
वादे मेने उसमें देख अपने से किये
तोड़ जियूं बिन मक़सद बिन वज़ूद।।
तुम मक़सद हो दिले मंजिल
मैं उस का राही तुम साहिल।
तुम मुझसे लेकर मेरी जहां
हर वादा उस तक क़दम है सिल।।
आओ निभाए किये वादे
वो पुरे करें जो रहें आधे।
मिल हो बन एक संगे दिल
अब बना मंजिल जिए वादे।।
🌹🌹🤝💞🤝🌹🌹
सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemision. org

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