महावतार पूर्णिमां माता का श्रद्घा रख कर किये व्रत पूजा की सत्य चमत्कार की अभी घटित कथा भाग-7:-
अभी 27 -3-2019 बुधवार को कुडवल गांव बुलन्दशहर के एक भक्त अखलेश शर्मा ने गुरु जी से प्रार्थना की,कि उसकी के गांव के एक भक्त श्रीपाल ओर उसका परिवार आपसे गुरु मंत्र दीक्षा लेने की बड़ी इच्छा कर रहे है,मैं उन्हें लेकर आ रहा हूं।उनकी समस्या भी बड़ी विकट है।गुरु जी अपने काम मे व्यस्त होने से शनिवार को लाने को कहा,पर भक्त की जिद तो भगवान को माननी ही पड़ती है,यो मैं उन्हें ले आया,वे प्रसाद और घी लेकर मेरे साथ गुरु शरण मे पहुँच गए।बस उन भक्तों ने अपनी तत्काल की समस्या को कहा,की गुरु जी हमारी कटरा ओर ढोर चूर गये है,आप कृपा कर दे,गुरु जी बोले भई ये खोये पाए,चोरी आदि यहाँ का विषय नहीं है,उन्होंने बड़ी प्रार्थना की,तब स्वामी जी ने उन्हें गुरु मंत्र देते,माता पूर्णिमां की अखण्ड ज्योत जलाने को कह फ़िया,ओर माँ से प्रार्थना करके गंगा जल पढ़कर उन्हें घर ओर घेर में छोडकने को कहा।उन्होंने आशीर्वाद लेकर अपने घर जाकर माँ की ज्योत जलाई,ओर आज शनिवार में आकर गुरु जी को अपने साथ हुए इस चमत्कार को श्रद्घा ओर अभिभूत होकर बताया कि,गुरु जी जैसे ही यहाँ आश्रम से माँ पूर्णिमां कलेंडर ओर चालीसा गुरु मंत्र लेकर घर गए और अखण्ड ज्योत जलाई,ओर खीर उतार कर कुत्ते को दी,की हमें समाचार मिला कि,आपके ढोर एक गाड़ी में गुलावठी से कहीं जा रहे है,ओर हम उसका पीछा कर रहें है,सब वाहन लेकर चल निकले, अब ढोर चुराने वालो को भनक लग गयी,की उनका पीछा हो रहा,वे एक दम से भीड़ में गुम हो गए,तब ढूंढने वाले लोग बोले,अरे अब नहीं मिलेगी,चलो आगे चलते है,वो व्यक्ति बोला कि,अरे मेरे अंदर जाने कौन कुछ कह रहा है,की रुक जा,ओर ये सुन सब रुक गए,तभी उसे पहली वाली गाड़ी से अलग एक अलग मॉडल की गाड़ी दिखी ओर उसे देखकर अंदर से आवाज आई,की तेरे ढोर इस बदली हुई नई गाड़ी में है,बस वे उसी के पीछे चल पड़े,ओर वो गाड़ी गुलावठी से सिकन्द्राबाद रोड पर से आगे उतर कर एक गांव में चली गयी,इन्होंने जिन अपने परिचितों को फोन किया,उन्होंने पुलिस में ढोर खोये की रिपोर्ट लिखा रखी रही,यो वायरलेस से गुलावठी पुलिस को आदेश हुआ,ओर उन्होंने उस गांव व स्थान पर जाकर वे ढोर पकड़ लिए,ओर उसी रात्रि सारी कार्यवाही होकर ढोर लगभग 2 बजे इनके गांव में घेर में आ गए।केवल ज्योत जलाने के यानी 6 बजे से 2 बजे तक 9 घण्टे में उन पर देवी कृपा हो गयी।अब वे इस पकड़वाने से डरे हुए होने से गुरु जी से अभय आशीर्वाद लेने आये थे,की गुरु जी हम पर कृपा करें और इस डर से भी निकाले, तब गुरु जी ने उन्हें माँ पूर्णिमां चालीसा ओर जप, व खीर उतारने के नियम को करते रहने को कहा,ओर देवी कृपा का अभय आशीर्वाद भी दिया।तो भक्तों ये है,माँ पूर्णिमाँ की ज्योत ओर उनकी प्रेरणा का अद्धभुत भक्ति में शक्ति का तत्काल का घटित चमत्कार.यो आप भी माँ पूर्णिमां के व्रत पूजा से जुड़े ओर महावतार सत्यई पूर्णिमां का सदा सुखी रहने वाला वरदान की प्राप्ति करके,आप पर किसी भी प्रकार का ग्रह या काल,पितृ, ग्रहण,शाप आदि दोष हो,वो क्षमा होकर आपको ओर आपके परिजनों को संतान, शिक्षा,नोकरी,कर्ज से मुक्ति,स्वास्थ लाभ,उन्नति,ग्रहस्थ,विवाह सुख,शांति,वैभव,प्रेम और सदमार्ग की प्राप्ति होगी।
यहाँ नीचे देवी पूर्णिमां की इस कथा के भक्तों के नाम व प्रेम पूर्णिमा व्रत को मनाने के लिए गुरुदेव सत्यसाहिब जी के आशीर्वाद में मनाते हुते फोटो-
[चैत्र पूर्णिमां को प्रेम पूर्णिमा व्रत,जो कि पतियों के द्धारा अपनी पत्नियों ओर सन्तान के सभी सुखों ओर प्रेम की प्राप्ति के लिए 19-अप्रैल 2019 दिन शुक्रवार को पांचवीं बार मनाया जाएगा,आप भी अवश्य मनाये]
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
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