पफ़स्सि व्यायाम पद्धति के आधुनिक महाबली भीम के नाम से विश्व प्रसिद्ध अविजीत प्रो.राममूर्ति नायडू की सच्ची बैठक लगाने का अभ्यास,बता रहें है,महायोगी स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी…
सबसे पहले भली प्रकार से अपने सारे शरीर पर तेल मालिश कर लेने से शरीर गर्म यानी अभ्यास को तैयार हो जाता है।
अब अपने दोनों पैरों को थोड़ा सा फैला कर खड़े हो जाये,ओर एक गहरा सांस भर कर अपनी दोनों हाथों की मुट्ठियों की पूरी ताकत से भीच ले,ओर अब अपने दोनों हाथों को कोहनियों की ओर से पूरा जोर लगाते हुए,अपने कंधों की ओर मोड़ते हुए चले और साथ ही अपने दोनों पैरों की एड़ियों को पंजों पर उठाते हुए नीचे की ओर पिंडलियों की ओर मोड़ते चले,ध्यान रहे अपने शरीर का सारा भार आने पैरों की उंगलियों व अंगूठे पर रहे,यहां भी पैरों धीरे धीरे मोड़ते जाए और पिंडलियों से कुछ दूरी यानी आधा इंच पर रोक दें,ओर अब यहीं रुके रहे और उधर अपने दोनों हाथों को भी मोड़ते हुए अपनी कोहनियों को अपने कंधों की ओर सीध में लाये ओर वहीं आधा इंच पर आपस मे बिन मिलाए रोकें रहें।अब इसके बाद इसी सब अवस्था से वापस पहली अवस्था की ओर चलते चले जाए।ओर सांस को छोड़ दें,यदि इस बैठक लगते मे सांस बीच मे टूटती है,तो शरीर को सख्त रखते हुए,नई सांस भरें और आगे अभ्यास चालू रखें।ये सब अभ्यास बड़े ही धीरे धीरे करना है,ओर इसी एक बैठक लगाने में अपना समय बढाना है,न कि बार बार ये करते हुए अब की वर्तमान प्रचलित जल्दी जल्दी लगाने वाली अनेकों कथित बैठक लगानी है।
यो इस बैठक में 1 मिनट से लेकर समय बढ़ाते हुए कम से कम 2 या 3 मिनट तक समय अवश्य बढ़ाये।तभी सच्ची बैठक ओर उसकी सच्ची ताकत का पूरा आनन्द लाभ मिलेगा।यो कम से कम ऐसी 2 या 3 मिनट की 10 बैठक तक लगा सकते है।
इस बैठक के शक्तिशाली लाभ:-

जैसा कि पहले ही बताया है कि,इस सब पफ़स्सि व्यायाम से आपको एक साथ हर एक बैठक में 5 शक्तियां मिलेंगी।जो पफ़स्सि यानी pfssi का अर्थ है..
1-प-पावर-प्राण।
2-फ-फोर्स-फेंकना यानी गति।
3-स-स्ट्रेंथ-सहनशीलता।
4-स-स्टैमिना-स्फूर्ति।
5-ई-एनर्जी-इच्छा शक्ति।
ओर असाधारण शक्तिवर्द्धक कुम्भक प्राणायाम की प्राप्ति।
ओर आपके शरीर के कौन कौन से अंग शक्तिशाली बनेंगे..
1-ये बैठक आपके पंजो को पूरी तरहां शक्तिशाली बनाती है,जिससे किसी को भी धकेलने में पूरा बल लगाने की शक्ति बढ़ती है।पंजे असाधारण रूप से शक्तिशाली बनते है।

2-पिंडलियाँ एक सुंदर गठन के साथ साथ बहुत ही मजबूत बनती है।

3-जांघो में कितना ही वजन हो, उसे देर तक उठाये रखने और उसे रोके रखने की असाधारण शक्ति प्राप्त होती है।तब आप किसी भी वाहन को खींचने या रोकने के बलवर्द्धक खेल को दिखाने में सफलता पाते है।

4-कमर बहुत ही शक्तिशाली व मजबूत बनती है।

5-पीठ से लेकर आपके कंधे व हाथ व उंगलियों में असाधारण बल की व्रद्धि होती है।
तब आप कोई भी ताकत का खेल सहजता से दिखा सकते है।
बस यदि स्मरण रखना है कि,आप एक ही बैठक लगाने में अपना समय बढ़ाये,न कि आजकल की प्रचलित लगातार उछलकूद वाली व्यर्थ की प्रदर्शन वाली बैठक लगाए,जिनमे केवल यही प्रदर्शन रहता है की मैने के हजार या 10 हजार बैठक लगा दी है,जिससे कोई भी असाधारण बल नहीं प्राप्त होता है।यो यहाँ बताई गई राममूर्ति जी की पफ़स्सि व्यायाम बैठक को ही समझ कर लगाए और अतुलित बल प्राप्त करें।
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
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