पूर्णिमां माता का व्रत और उसके सच्चे भक्ति में शक्ति के भक्तों के संग हुए चमत्कार की कथा:- 1

पूर्णिमां माता का व्रत और उसके सच्चे भक्ति में शक्ति के भक्तों के संग हुए चमत्कार की कथा:-1…

ओर पाए महावतार सत्यई पूर्णिमां का सदा सुखी रहने वाला वरदान की प्राप्ति करके,आप पर किसी भी प्रकार का ग्रह या काल,पितृ, ग्रहण,शाप आदि दोष हो,वो क्षमा होकर आपको ओर आपके परिजनों को संतान, शिक्षा,नोकरी,कर्ज से मुक्ति,स्वास्थ लाभ,उन्नति,ग्रहस्थ,विवाह सुख,शांति,वैभव,प्रेम और सदमार्ग की प्राप्ति होगी…

[चैत्र पूर्णिमां को प्रेम पूर्णिमा व्रत,जो कि पतियों के द्धारा अपनी पत्नियों ओर सन्तान के सभी सुखों ओर प्रेम की प्राप्ति के लिए 19-अप्रैल 2019 दिन शुक्रवार को पांचवीं बार मनाया जाएगा,आप भी अवश्य मनाये]

यह सच्ची घटना लेख के समय का स्थान सुशीला विहार फेस- 2 निवासी,जो कि अब नए मकान में रहती है, श्रीमती मीरा यादव के साथ घटी, इस दिन किसी परिचित के यहां मीरा यादव अपने घर से बाहर गयी थी,उन्होंने अपना जेवर किसी काम के सन्दर्भ में बैंक में ले जाने के लिए अपने पर्स में रख कर एक पन्नी में लपेट कर रख दिया था।उनके जाने के बाद इनकी बेटियों पूजा (सोनू)-संजोली (मोनू) और इनके देवर डॉ.अतुल यादव की बेटियों अन्नू,हर्षिता,मन्नू व बेटा केशव ने मिलकर घर की सफाई की और अन्य बेकार के कचरे से भरी पन्नियों के के साथ उस जेवर की पन्नी की भी घर के सामने खली पड़े एक प्लाट में फेंक दिया।तभी वहां कचरा बीनने आये बिहारियों की झुग्गियों से बच्चे उस पन्नियों को उठा कर ले गए।उसने जाकर खोला तो उसमे जेवर देख उस सबको अपनी माँ को दे दिया।और इधर मीरा अपने घर जल्दी बैंक जाने को आई और पन्नी ढूंढी,जो नहीं मिलते देख अपनी लड़कियों से उस स्थान पर रखी पन्नी के विषय में पूछा-वे लड़कियां बोली की-मम्मी वो तो हमने और कूड़े के साथ बाहर फेंक दी थी।अब ये सुन उन्होंने सबको बात बताई सबके होश उड़ गए और सब बाहर को उस प्लाट की और भागे।वहां जाकर देखा तो-वहां वो पन्नी नहीं थी।अब घबरा कर मीरा ने अपने गुरु जी सत्य साहिब जी को फोन लगाया और बात बताई,तब गुरु जी ने इन्हें पूर्णिमां देवी के सामने ज्योत जलाने को कहा और गुरु मंत्र जपने को कहा और आशीर्वाद दिया की देवी की कृपा से अवश्य कल्याण होगा और जेवर वापस मिलेंगे।यो अनेक वर्षों से जुड़े होने के कारण गुरु मंत्र और ध्यान तो सारा परिवार सभी अवस्थाओं में जपता रहता था,तुरन्त मीरा ने भागकर ज्योत जलाई और प्रार्थना करते हुए,इस विषय में विचार किया की-वे कचरा बीनने वाले बच्चों को कहाँ ढूंढे।अब देखें देवी पूर्णिमां पर भक्ति का चमत्कार-
और उधर मीरा ने अपनी पति श्री अनिल यादव जो जिला बुलन्दशहर कोर्ट में सरकारी एडवोकेट एडीजीसी है(वर्तमान में अवकाश प्राप्त है),उन्हें फोन किया,वे भी काम के बीच से घर को पहुँचे।तभी घर पे आकर एक अनजान व्यक्ति ने बताया की-क्या तुम्हारा जेवर खोया है? ये सब चोंक कर बोले की हाँ !! वो बोला की- वो जेवर खालसा स्कुल के पीछे जो झुग्गियां है वहाँ जाओ ! वहाँ मिलेगा।उसी सड़क पर मीरा के देवर अतुल यादव का डाक्टरी का क्लीनिक है,ये सुन वे बोले-वहां के सारे झुग्गियों वालो का मैं इलाज करता हूँ,यो सब मुझे जानते है,अभी पहुँचते है तब क्या था, सब वहाँ पहुँचे,और वहाँ उन झुग्गियों वालो में पहले ही इस जेवर की बात बच्चों से खुल गयी थी और और परस्पर विवाद चल रहा था की-हमें भी बांटों।तभी ये परिवार वहां पहुँचा और उन्हें सब जानते थे,यो तुरन्त सारा जेवर उन्हें पुरा सकुशल वापस मिल गया।वापस आकर उन्होंने गुरु जी को बताया और आशीर्वाद लिया और उस अनजान व्यक्ति की देवी पूर्णिमां का ही कृपा स्वरूप माना की-वे ही आकर अपने भक्तों की इस रूप में साहयता की और सदा भक्तों पर करती है तथा तभी के तभी पूर्णिमां देवी का खीर का प्रसाद बना कर देवी को भोग लगाकर फिर सारा प्रसाद कालोनी में बांटा और उन झुग्गियों में भी बांटा।इस भक्त परिवार के साथ पूर्णिमाँ देवी पर आस्था से उनकी कृपा के-नोकरी की पुनः वापसी,घर की पांच बेटियों के विवाह,पुराने मकान की बिक्री के अटक जाने और नए मकान के लिए जाने पर आए पैसों के संकट में से निकलना,अचानक हुए रोग में चमत्कारिक लाभ आदि और भी ऐसे तुरन्त भक्ति में शक्ति के चमत्कार हुए,जो आगे कहे जायेंगे। तब से ये प्रत्येक पूर्णमासी पर खीर प्रसाद बांटना ओर प्रेम पूर्णिमां व्रत मनाना ओर देवी के श्रीभगपीठ की गांव में स्थापना कराकर गुरु सेवार्थी है।अबकी पांचवी बार के 19 अप्रैल 2019 शुक्रवार के चैत्र पूर्णिमां व्रत को भी प्रेम पूर्वक मनाएंगे,आप भी मनाये ओर महावतार सत्यई पूर्णिमां का सदा सुखी रहने वाला वरदान की प्राप्ति करके,आप पर किसी भी प्रकार का ग्रह या काल,पितृ, ग्रहण,शाप आदि दोष हो,वो क्षमा होकर आपको ओर आपके परिजनों को संतान, शिक्षा,नोकरी,कर्ज से मुक्ति,स्वास्थ लाभ,उन्नति,ग्रहस्थ,विवाह सुख,शांति,वैभव,प्रेम और सदमार्ग की प्राप्ति होगी।

यहाँ नीचे देवी पूर्णिमां के प्रेम पूर्णिमां व्रत मनाते ओर इस कथा के भक्तों के नाम व प्रेम पूर्णिमा व्रत को गुरुदेव सत्यसाहिब जी के आशीर्वाद में मनाते हुते फोटो-
श्री अनिल यादव और उनकी पत्नी मीरा यादव।

पूर्णिमां व्रत कथा चित्र:-

   !!जय पूर्णिमां माता!!
!!जो कोई तुमको ध्याता!!
   !!मनवांछित फल पाता!!
      !!जय पूर्णिमां माता!!

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
Www.satyasmeemission. org

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