ग्रहस्थ सुख और शीघ्र विवाह कारक उपाय तथा सिद्ध मंत्र:-बता रहें है स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी..

ग्रहस्थ सुख और शीघ्र विवाह कारक उपाय तथा सिद्ध मंत्र:-बता रहें है स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी..
अभी देवठान एकादशी आने वाली है,उस दिन से हिन्दू धर्म में विवाह योग प्रारम्भ हो जाते है।यो जिन लड़कों और विशेषकर कन्याओं के विवाह योग में निरन्तर अनेक उपाय जप करने के उपरांत भी विवाह योग टलता ही जा रहा है,और उनकी कुंडली में ग्रहस्थ सुख भंग योग बना हुआ है,उनके लिए एक अचूक उपाय यहाँ बताया जा रहा है,उस बिना किसी सन्देह के शीघ्र ही शुरू कर् दे,और चमत्कार देखें..
वे आवला नवमी या देवठान 19 नवम्बर 2018 को एकादशी के दिन पांच पोधे लगाये-आंवला-अशोक-वट यानि बड़-नीम-पीपल।अन्यथा केवल इनमें से कोई भी एक पौधा अपने घर के आसपास या किसी भी समय किसी भी मन्दिर में या सड़क पर या पास के पार्क में या अपने खेतों पर लगाये।और देवठान एकादशी को और पूर्णिमां की अखण्ड घी की ज्योत जलाये और ये सिद्ध मंत्र जितना वहां बैठकर जपा जाये जपे,वेसे विशेष लाभ को रात्रि के 11 से 1 बजे के महाक्षण समय में ये जप किया तो अति उत्तम फल और इस सम्बन्ध में स्वप्न में दर्शन होंगे,अन्यथा तो अपने काम यात्रा समय करते आदि समय जपे,तो अति शीघ्र ही चमत्कारिक विवाह सम्बंधित परिणाम आपको इस देवठान से लेकर आने वाली होली तक चल रहे विवाहकाल में अवश्य ही मिलेगा।अर्थात आने वाला वर्ष का समय ग्रहस्थ सुख व् विवाह को अतिशुभ सिद्ध होगा।ये विशेषकर उनके लिए है जिनका विवाह आयु समय निकलता जा रहा है।श्रद्धा से किया गया ये जपतप फल कभी खाली नहीं जाता।और किसी मन्दिर में अवश्य ही सेवा और दान भी करें।
ग्रहस्थ सुख विवाह कारक सिद्ध मंत्र:-

“सर्व काले शुभम् करेषु,विवाह कारके आनन्द रूपा।
सर्व विघ्नं नाशं चतुर्थ धर्म धारकं,श्री सत्य ॐ सिद्धायै नमः भूपा।।”

इसे अपने विवाह व् मंगलकार्य कार्ड पर भी छपवाये,तो आपके मंगल कार्य में कभी विघ्न बांधा नहीं आएगी।

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
Www.satyasmeenission.org

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