क्या होगा हरिद्धार कुम्भ 2021 के मेले पर इस महामारी का प्रभाव,क्या उसमें आने वाले करोड़ों भक्तो में किसी कारण कोरोना वायरस के फिर से फैलने का या किसी षड्यंत्र द्धारा फैलाने खतरा हो सकता है?

आओ,इस पर उस समय के ग्रहयोगों से जाने,,की तब क्या सम्भव होगा?

बता रहें है,स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी,,

कुम्भ हरिद्धार में पहला शाही स्नान महाशिवरात्रि को 11 मार्च 2021, दूसरा स्नान सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल 2021, तीसरे स्नान बैशाखी 14 अप्रैल 2021 व चौथा स्नान चैत्र पूर्णिमा को 27 अप्रैल 2021 को संपन्न होगा।

वैसे उस समय बड़े उच्चस्तर के ग्रहचक्र बनेंगे,,मंगल,बुध,शनि,गुरु,चन्द्र ओर राहु का प्रबल विचित्र योग,,जो देगा,अचानक बहुत शुभ या फिर बहुत अशुभ परिणाम,,

वैसे उस समय हरिद्धार कुम्भ में अभी तक देश-विदेश से 16 करोड़ श्रद्धालुओं के कुंभ में पहुंचने की आंकड़े की उम्मीद जताई जा रही थी,परन्तु कोरोना वायरस महामारी ने उस समय की इस उम्मीद को धराशायी करने की ओर कर बहुत कम कर दिया है।यानि दो या 5 करोड़ तक आंकड़ा पहुँचेगा,, पर अभी तो यह अनुमान लगाना भी कठिन है कि ऐसे हालात कब तक रहेंगे।ज्योतिष गणितीय भविष्यवाणियों के अनुसार,अब यदि ये जून में कुछ कम और सितंबर में बहुत हद तक नियंत्रण में आ जाने पर भी,,ओर वैज्ञानिक शोधकर्ताओं के अनुमान के चलते भारतीय सरकार इस सम्बंध में खतरा मोल लेने की सोचने में बहुत ही कौताही बरतेंगी।इस सम्बंध में अवश्य कोई न कोई भीड़ नियंत्रण का देश हित मे सरकारी आदेश भी लाएगी,, वैसे भी 2020
मई में होने वाली परीक्षाओं की तिथि 15 जून के बाद किए जाने से यह आशंका और गहरा गई है। इस कुम्भ पर मंडराते कोरोना के खतरे के सच होने से पहले तो पूरे देश भर में शनि जयंती बड़े भारी रूप में मनाई जाती है,जो 22 मई 2020 शुक्रवार को पड़ रही है,अब देखे शनिदेव अपने भक्तो के लिए क्या चमत्कार करते है? और आने वाली बरसात और फिर सावन में कांवड़ यात्रा के चलते कुंभ का कार्य बुरी तरह प्रभावित होने के योग है। ओर आने वाले समय मे कुंभ के लिए अखाड़ों के रमता पांच अक्टूबर से हरिद्वार पहुंचने लगेंगे। नवंबर में उनकी छावनी और धर्मध्वजा भी सजने लगेंगी।
14 जनवरी को मकर संक्राति पर कुंभ का पहला पर्व स्नान होना है, जबकि 11 मार्च को पहला और 27 अप्रैल को अंतिम शाही स्नान होगा। इधर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को उम्मीद है कि, कुंभ पूरी भव्यता के साथ संपन्न होगा।उनका कहना है कि,कोरोना विश्वव्यापी संकट है और सभी देशों की सरकारें इससे पूरी ताकत से लड़ रही हैं। देश में भी हर नागरिक सरकार के साथ खड़ा है। अखाड़ा परिषद और उससे जुड़े सभी तेरह अखाड़े इन विषम हालात में राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए कुंभ की तैयारियों को अंजाम देने में जुटे हैं।
पर यदि यहां कुम्भ में अनन्त भीड़ में किसी भी इंसानियत के दुश्मन यानी आतंकी षड़यन्त्रकारी ने या प्रकार्तिक रूप से किसी कोरोना संक्रमित मनुष्य या अधिक संक्रमित मनुष्यों के माध्यम से छुआछूत से फैलने वाली ये बीमारी से अन्य लोग संक्रमित होने की श्रंखला चल गई तो,फिर क्या महामारी फैलेगी?,इसका अंदाजा लगाना भी एक भयंकर मृत्यु के तांडव लीला जैसी महाप्रलय जैसा होगा,जिसे कोई नहीं सम्भाल सकेगा,,यानी कि,,,करोड़ो से करोड़ो,,,

ईश्वर करें,, ऐसा नहीं हो,ओर ये महामारी आने वाले जून ओर अंत मे सितंबर या ओर भी अंत में आने वाली दीपावली 2020 पर ही खत्म हो जाये,,

!!पहले प्रयागराज कुम्भ मेले की भांति ही,इस हरिद्धार कुम्भ मेले में सत्यास्मि मिशन भी अपना आध्यात्मिक शिविर लगाएगा,,इस म्बन्ध में आगे भविष्य योजना पर अभी विचार चल रहा है!!

ये उम्मीद तो प्रबल है,ऐसा ही होगा।।
फिर भी इस सम्बंध में ये सोचकर निश्चिंत नहीं होकर की,अब तो कोरोना की महामारी नियंत्रण में है और लॉक डाउन हट गया और अब फिर से अपनाये इस बीमारी से आजादी का त्योहार,,तो हर संकट कुछ ज्ञान सीखा कर जाता है,तो उस ज्ञान विचार और सजगता को अवश्य अपनाये,,नहीं तो कोई और ऐसा ही वायरस आयेगा,नए विनाशकारी परिणाम लेकर,,

तो इतने जबतक सभी से अनुरोध है कि,अपने घर रहकर अपने गुरु व इष्ट मन्त्र आदि का अपने ओर देश हित मे खूब जप तप करें और योग व्यायाम करें और पूरी तरहां लॉक डाउन सहित सभी सरकारी स्वास्थ निर्देशो का पूरी प
तरहां से पालन करें।

जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org

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