क्या सच्च में इस चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन 29 अप्रैल 2020 को दुनिया पर महाविनाश का खतरा मंडरा रहा है? ओर क्या 29 April 2020 को खत्म हो जाएगी दुनिया?ओर क्या उस दिन से बुरी शक्तियों का बुरा प्रभाव हर राशियों के मनुष्यों पर कैसा पड़ेगा?और क्या करें?
इस चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन को घटित होने वाले महाविनाश के खबर की सच्चाई के बारे बता रहें है,स्वामी सत्येंद्र सत्यसहब जी,,
जहां इस समय पूरा संसार Corona Virus के डर में जी रही है, तो वहीं एक खगोलीय घटना से जुड़ी अफवाह ने भी लोगों को डरा कर रख दिया है।
ये अफवाह एक सोसल वीडियो के जरिये दावा करती फैल रही हैं कि आगामी 29 अप्रैल को एक क्षुद्रग्रह (asteroid) जो “हिमालय” के जितना बड़ा है, वह पृथ्वी से टकराएगा और महाविनाश होगा, साथ ही कैसे ये दुनिया खत्म हो जाएगी,ये भी दिखलाया जा रहा है।
लेकिन असल सच्चाई यह है…
नासा लगातार अन्य ग्रहों से इस विशेष क्षुद्रग्रह की दूरी, इसके मार्ग और पृथ्वी से दूरी की निगरानी कर रहा है. इस ग्रह को “52768 (1998/2/2)” नाम दिया गया है।नासा ने इस क्षुद्रग्रह की खोज 1998 में की थी और तब से यह इसकी निगरानी कर रहा है। इस ग्रह से जुड़े सभी आंकड़े “सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज” (CNEOS) की वेबसाइट पर जन साधारण के लिए सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध हैं।
ट्विटर पर “CNEOS” के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया गया है, “29 अप्रैल को 1998 OR2 नामक क्षुद्रग्रह, पृथ्वी से 3.9 मिलियन माइल/6.2 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर गुजरेगा,पर यह घटना पृथ्वी के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
यह क्षुद्रग्रह 1.8 किमी से 4.1 किमी के अनुमानित व्यास वाला है। यह पृथ्वी से करीब 3.9 मिलियन मील की अनुमानित दूरी से गुजरेगा।उस वक्त इसकी गति करीब 31,000 किमी प्रति घंटे अनुमानित है ओर यह दूरी पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी के मुकाबले लगभग सोलह गुना है। इसका अर्थ ये हुआ कि,यह छोटा सा ग्रह पृथ्वी के नजदीक से नहीं गुजरेगा और न ही कोई प्रभाव डालेगा।
ओर ऐसा कभी भविष्य में होता भी है तो,हमारे बड़े देशों पर एटॉमिक मिसाइल्स है,जिनके माध्यम से ऐसे छोटे ग्रहों को पृथ्वी तक आने से पहले ही पूरी तरहां नष्ट कर मानव जाति को सुरक्षित कर लिया जाएगा।
यो,डरे नहीं,अभी पृथ्वी पर चार पुरुष युगों के बाद चार स्त्री युग ओर चार बीज युगों का बहुत समय आना जाना है,यो भविष्य में भी ऐसी अफवाहों पर ध्यान न्हीं दें।
चैत्र नवरात्रि से भारतीय नववर्ष का प्रारम्भ हो रहा है,यो इस भरतीय नववर्ष के पांचवे दिन 29 अप्रैल 2020 से युरेनस ग्रह के कारण कुछ तो हमारे ब्रह्मांड के खगोलीय गणित में घटित होगा है,वो क्या,ये 2020 का आगामी वर्ष बताएगा।
हां,इस छोटे ग्रह की निरंतर आगे बढ़ने की विकर्षण गति के कारण,हमारी पृथ्वी और चंद्रमा के ओरामण्डल पर अवश्य प्रभाव पड़ेगा,इनके आकर्षण ओर विकर्षण शक्तियों में कुछ विक्षोभ होने से मनुष्य और जीवों के जीवन पर कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
पृथ्वी पर बढ़ रही बीमारियों में अचानक तेजी आने या उनके समाप्ति में व्रद्धि होगी।वातावरण में उस सप्ताह में उग्रता आ सकती है।
यो ऐसे में सभी राशि वालों के साप्ताहिक भविष्यफल में अचानक बदलाव से बड़ा या छोटा लाभ व हानि देखी जा सकती है।
अतः उस दिन 29 तारीख को पांचवीं नवरात्रि से नवमी तक में अधिक से अधिक जप तप यज्ञ की मात्रा बढ़ा दें,ताकि नकारात्मक शक्तियों का,आपके शरीर में या अन्तर्द्रष्टि में दिखने वाले दैविक दृश्य का प्रभाव,में भयावह दर्शन के होने से आपकी साधना ओर जीवन को भंग नहीं कर सके।
गर्भवती स्त्रियों को वाहन चलाते या उतरते चढ़ते आदि समय ध्यान रखना चाहिए।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
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