17 अप्रैल 2020 को प्रातः 6 से 7 बजे के बीच मैं अपनी ननसाल में हूँ और बाहर निकल देखा कि,आसमान में प्रलय के अंधड़ छाते जा रहे है,भगदड़ मचने लगी है,मैं कह रहा हु की,अरे मारेंगें तो सही फिर भाग कहाँ रहे हो,शांति से अपनी अपनी जगहां बैठ कर ध्यान लगाओगे,तो म्रत्यु के समय ध्यान से म्रत्यु सहज हो जाएगी,पता ही नहीं चलेगा कि,कब क्या हुआ,ओर तुम अपने आत्मलोक मे स्थित हो जाओगे,अन्यथा भागे भागे फिरोगे तो,अतृप्त आत्मा बन भटकोगे।चलो सब बैठ जाओ,,मेरे बैठते ही,ध्यान लगा,ओर इधर चेतना होती चली गयी।
इस सम्बंध में ऐतिहासिक घटना का पता करने पर पाया कि,,
इंडोनेशिया के इतिहास में 17 अप्रैल के दिन को किसी बुरे सपने की तरह याद किया जाता है। 1815 में 17 अप्रैल के दिन वहां का तमबोरा ज्वालामुखी धमाके के साथ फट गया। देश के सुमबवा द्वीप पर स्थित यह ज्वालामुखी सैकड़ों साल से शांत पड़ा था, लेकिन पांच अप्रैल को इसमें अचानक से कंपन होने लगा और 17 अप्रैल को इसमें भयंकर विस्फोट हुआ। घटना में करीब एक लाख लोग मारे गए।
तो क्या,आज या आज से किसी ऐसे ही भूकम्प आदि घटना होने के प्रकृति में संकेत शुरू हो गए है?जो जल्दी ही कहीं घटने वाले है।उसमे बचना सम्भव नही होगा,यो ध्यान में ही म्रत्यु को स्वीकारने को कह रहा हूँ,,
या फिर इस दिन हुई इस प्रलयंकारी घटना की ही कोई पूर्व स्मृति मेरे ध्यान में आई है,वक्त बताएगा,,वैसे भी कोरोना का प्रकोप कोई महाप्रलय से कम नही चल रहा है,,
यो सबको इस लॉक डाउन में,ध्यान ही करना उत्तम है।
वैसे भी इन गर्मियों में भूकम्प अधिक आते है,,
पहले देखी भविष्यवाणी जो,सत्य गयी थी:-
ठीक ऊपर घटी 5 अप्रैल 1817,जो 17 अप्रैल को घटित हो गयी,,
यो ठीक उसी दिन पर 103 साल बाद देखी, इसी सम्बन्ध में 4/5 को देखी और 10 अप्रैल 2015 को उसे ज्योतिष सत्यास्मि नामक मेरे फेसबुक एकाउंट पर डाली थी,जो अब बन्द हो गया है, तब मेने ऐसी ही एक भविष्यदर्शन को जिसमें ब्रह्मांड में ग्रह फट रहे है और सड़के ध्वंस हो रही है,सरकार का एनाउंस है कि,कुछ नही होगा,पर प्रलयंकारी दृश्य है,नतीजा,फिर यही देखा कुछ बड़े भयंकर रूप में नेपाल में घटा था,,
ओर ऐसे ही फिर उन्ही तारीखों के करीब देखा,मेरा ये भविष्यवाणी दर्शन है,जो,,कितना सत्य होगा,,ईश्वर जाने,,
यो भक्तो वैसे भी विश्व मे बड़ा त्रासदी भरा समय चल रहा है,यो अपने जप,तप,ध्यान बढाओ,,
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी।
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