कोरोना वायरस से बचने के लिए आप अपने अपने घरों पर इन सब या इनमे से जो भी उपलब्ध हो सके,उन कुछ ओषधियों से बनाई हवन सामग्री से यज्ञ करें,बता रहे है,,,
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
आज पूरे विश्वभर में कोरोना वायरस का भयंकर संकट छाया हुआ है,हमारे सनातन धर्म मे प्राचीनकाल से ही सभी बीमारियों का तीन प्रकार से इलाज बताया है,1-ओषधि को रोगी के मुख से देना,2-ओषधि को लेप के रूप में शरीर के रोगी अंग पर लगाकर,या शरीर की त्वचा पर मालिश के रूप में मल कर लगा कर अंदर पहुँचाना, ओर सामूहिक व्यक्तियों को या फिर क्षेत्र या राज्य या देश व्यापी कोई बीमारी के इलाज के लिए सबसे उत्तम बताया यज्ञानुष्ठान के मध्यम से अनेको ओषधि ओर घी व वृक्षो की लकड़ियों को स्वास्थ्यवर्द्धक मंत्रों के माध्यम से मन्त्र के अंत मे स्वाहा के उच्चारण से वायुमंडल के माध्यम से विस्तारित करना,ओर आज इसी सामूहिक यज्ञों के द्धारा ही इस कोरोना के वायरसों को ओर इसके साथ ओर भी ज्ञात अनजाने वायरसों को भी नष्ट किया जाना आवश्यक है,यो सभी भक्त और समाज के लोग इस सप्ताह से चैत्र नवरात्रि में ओर आने वाली पूर्णिमा तक यदि अधिक से अधिक दिव्य ओषधि युक्त यज्ञानुष्ठानों को अपने अपने घरों में व कालोनी में करेंगे तो,कोई सवाल नहीं कि हमारे क्षेत्र और राज्य या देश मे ओर साथ ही विदेशों तक ये बीमारी शीघ्र ही खत्म हो जाएगी,यो अपने पूर्वज ऋषियों की ये यज्ञ प्रणाली को आज से सामग्री लेकर अपनाते हुए किसी भी समय,सुबह,दोपहर,शाम या रात्रि के किसी भी समय हाथ मुंह धोकर कुल्ला करके,सामान्य कपड़ों में करते रहने पर आप ओर आपका समाज अवश्य ही सभी बीमारियों से मुक्त ह जाएगा,हम सब का ये कर्तव्य बनता है कि,सरकार के वैज्ञानिक उपायों के साथ साथ यज्ञानुष्ठानों को भी तुरन्त करें,इसे इस बीच जो छुट्टी मिली है,उसका सबसे बढ़िया स्वास्थ्यवर्द्धक उपयोग भी हो जाएगा और अनावश्यक डरते रहने के निरंतर भय से भी इस प्रकार यज्ञानुष्ठानों के करने से छुटकारा मिल हमारे वातावरण में सात्विकता ओर पोजेटिविटी भी बढ़ती जाएगी।तो आप इन सामग्रियों को पंसारी या किसी धार्मिक संगठनों के यहां से तुरन्त अधिक मात्रा में ले आये,,तो ये यज्ञ सामग्रियों है,
अगर, तगर, जटामांसी, हाउबेर Hauber (Juniperus Communis), नीम पत्ती या छाल, तुलसी, गिलोय, कालमेघ, भुई, आंवला, जायफल, जावित्री, आज्ञाघास, कड़वी बछ, नागरमोथा, सुगध बाला, लौंग, कपूर, कपूर तुलसी, देवदारु, शीतल चीनी, सफेद चंदन, दारुहल्दी। उपरोक्त सब सामग्री को समान मात्रा में मिला कर उपयोग करें। उपरोक्त सूची में से अधिकतम सामग्री आसानी से उपलब्ध मिलती है।
या कम से कम आप आम की लकड़ी, घी, लौंग, तेज पत्र, नीमछाल से भी प्रतिदिन हवन करे। इससे भी सहजता से कोरोना संक्रमण से बचाव होगा।
ओर भी कम स्तर पर सबसे सरल औषधीय है,छोटी इलायची,लौंग को कूटकर इसमें बहुत सा कपूर मिलाकर बाजार की हवन सामग्री में मिलाकर के गौघृत या जो भी घी हो या फिर तिल के तेल से अन्यथा सबसे उत्तम है,सरसो का तेल से,अपने अपने गुरु मंत्र की कम से कम 11 या 21 माला जप के साथ यज्ञानुष्ठान करो,ओर चाहे तो,अपने इष्ट मंत्रों से भी या गायत्री एवं महामृत्युंजय आदि मंत्र की आहुति से यज्ञानुष्ठानों को करें। यदि यह सामग्री न भी मिले तो सामान्य हवन सामग्री का प्रयोग करें। इससे घर में विषाणु नष्ट होंगे, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढे़गी एवं आपके अंदर विलपावर से सकारात्मकता बढे़गी।
तो तुरन्त सामग्री इकट्ठा कर यज्ञ की तैयारी करें।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org