अब से शुरू हो गयी ब्रह्मांड में एक नई दुर्लभ खगोलीय घटना,जिसमे चंद्रमा के बिल्कुल नजदीक पहुंचा मंगल,ओर साथ ही इन 7 दिन में 3 और बड़े ग्रह जीरो डिग्री पर यानी पृथ्वी और चंद्रमा के नजदीक में होंगे,ओर क्या फल होगा और कैसे करें उस समय मे पड़ने वाली गुप्त नवरात्रि में पूजा उपाय:-
अब 28 जनवरी तक चंद्रमा के पास जीरो डिग्री पर पहुंचेंगे बृहस्पति, शनि और शुक्र
6 से 7 घंटे तक ये ग्रह इसी अवस्था में रहेंगे,साथ ही ये नजारा टेलिस्कोप से देखा जा सकेगा।
मंगल ग्रह मंगलवार को पृथ्वी की कक्षा में भ्रमण करते हुए चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर पहुंच गया। मंगल की चंद्रमा के साथ इस नजदीकी के कारण पृथ्वी पर मौसम में अजीब से उमस और गर्मी बढ़ सकती है। इसके साथ ही 28 जनवरी तक हमारे सौरमण्डल में तीन और खगोलीयघटनाएं और होंगी। 23 जनवरी को बृहस्पति आ गए,ओर 24 को शनि आ गए और 28 जनवरी को शुक्र चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर आ जाएंगे। हर ग्रह 6 से 7 घंटे तक इस स्थिति में रहेगा।साथ इन तीनों ग्रहों को आप टेलिस्कोप की मदद से देखे जा सकेंगे।
वैसे तो चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर इन ग्रहों का आना सामान्य है, लेकिन एक सप्ताह में एक-एक करके चार ग्रहों की ऐसी स्थिति बनना बड़ा अद्धभुत दुर्लभ संयोग कहा जा सकता है। ग्रहों की इन स्थितियों के प्रभाव से मनुष्य के व्यक्तिगत स्वभाव आदि से लेकर प्रकार्तिक मौसम में भी अनेक अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिलेंगे।
जाने कब कौन सा ग्रह होगा चंद्रमा के पास:-
वैसे 20 जनवरी की रात 12.44 पर चंद्रमा के पास मंगल 0 डिग्री पर आ गया था। दक्षिण दिशा में इस स्थिति को देखा गया था।
ओर 23 जनवरी को दोपहर 2.45 पर बृहस्पति चंद्रमा के करीब हो गया। इसे पश्चिम दिशा में देखा।
ओर आज 24 जनवरी को चंद्रमा के पास शनि के आ जाने से पृथ्वी, चंद्रमा और शनि तीनों एक सीध यानी एक लाइन में रहेंगे। ये स्थिति दोपहर 2.08 पर बन गयी है। यो आप शनि को पश्चिम दिशा में चंद्रमा के पास देखा पाएंगे।
ओर आगे 28 जनवरी को शाम 7.28 पर शुक्र, चंद्रमा के पास आ जाएगा। इसे आप उत्तर दिशा में चंद्रमा के पास देख सकेंगे।
पृथ्वी से जीरो डिग्री पर यानी पृथ्वी के बिल्कुल नजदीक होगा।
साथ ही जब चंद्रमा के नजदीक से बृहस्पति गुजरेगा तो वह दोपहर 2:45 बजे पर पश्चिम दिशा में जीरो डिग्री पर दिखाई देगा,यो आगे ऐसी ही स्थिति शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दोपहर 2:08 बजे शनि और 28 जनवरी को उत्तर दिशा में शाम 7:28 बजे शुक्र के साथ बनेगी।इसके कारण देश विदेश के मौसम में अचानक बदलाव होंगे।यो दिन में मौसम में गर्माहट बढ़ेगी। रात में ठंड ज्यादा रहेगी। देश के कुछ हिस्सों में अचानक बारिश होने की भी संभावना बढ़ती है ओर कोहरा भी गहरा होकर बढ़ सकता है। इसके कारण अनेक देशों में अनेक प्रकार की कोई न कोई प्राकृतिक आपदा भी आ सकती है।
यो इस बार शुक्लपक्ष 15 नहीं 16 दिनों का होगा:-
भारतीय ज्यातिष के अनुसार अमावस्या के बाद शुरू होने वाला माघ माह का शुक्ल पक्ष इस बार 15 नहीं 16 दिनों का रहेगा। इस पक्ष में तृतीया तिथि के बढ़ जाने से ऐसी स्थिति बनेगी।वैसे भी ज्योतिष शास्त्रों में शुक्लपक्ष के दिनों का बढ़ना बहुत ही शुभ माना गया है। ये ग्रह ओर दिन बढ़ने की स्थिति से देश के साथ साथ लोगो के भौतिक व आध्यात्मिक सुख, धन,वैभव और खनिज संपदा बढ़ने का शुभ कारण देती है।
इससे देश की चल रही राजनीति में बड़े बड़े राजनीतिक बदलाव देखने को मिलेंगे।
ज्योतिष गणना के अनुसार चंद्रमा ढाई दिन में एक राशि बदलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है। ठीक इन दिनों में चंद्रमा वृश्चिक राशि से कुंभ राशि में जाएगा। इससे इन राशियों में स्थित ग्रहों के साथ चंद्रमा की युति बनेगी। इसी से इस प्रकार के मनुष्य के स्वभाव में,कार्य,पद, प्रतिष्ठा,परिवारिक स्थिति में,होने वाले या चल रहे कार्यक्रमों में भी अचानक किसी न किसी कारणों से बदलाव होने की पूरी संभावना है।
साथ ही इन दिनों में चंद्रमा मंगल के साथ महालक्ष्मी योग, बृहस्पति के साथ गजकेसरी योग और शनि के जन्मकुंडली में बलवान होने से साथ तो शश योग और कमजोर होने से विषयोग भी बनाएगा।
ओर ज्योतिषीय गणना के अनुसार इन दिनों में शनि के राशि परिवर्तन से सूर्य और शनि एक राशि यानी मकर राशि में आ गए है। वहीं, चंद्रमा धनु राशि में चतुर्ग्रही योग बना रहा है ओर वहीं राहु-केतु और शनि के योग दृष्टि के कारण अनेक,व्यक्तिगत से लेकर, परिवारिक,राजनीतिक,देश विदेश की स्थितियों में बड़े बड़े बदलाव आएंगे।साथ ही शनिदेव की साढ़े साती भी प्रारम्भ हो गयी है।
यो भक्तों,इस अमावस्या से गुप्त नवरात्रि में जितना बने अखण्ड ज्योत जलाकर अपने गुरु मंत्र ओर इष्ट मन्त्र का जप ओर यज्ञ ओर खीर या जो भी दान बने उसे रोज अवश्य करें।रेहि क्रियायोग करें,तो आपका पुण्य बल की व्रद्धि होने से सभी अशुभ फल कम होकर कल्याणकारी फलों की प्राप्ति होगी।तो आज से जप तप में लग जाये।
ओर कैसे करें,यज्ञअनुष्ठान:-
गुप्त नवरात्रि यज्ञ में अपने घर पर यज्ञ करने को आवश्यक सामग्री:-
सभी भक्त अपने घर पर जब भी यज्ञ करें तब निम्न सामग्री से आहुति दें-
-लोंग,राई,सुपारी,बड़ी इलायची,काली मिर्च,पान की नोक-
सब अलग अलग सामग्री की मात्रा आधा पाव बहुत है।
इन्हें अपनी सामान्य यज्ञ सामग्री के साथ मिलकर यज्ञाहुति देंगे।ताकि जिस भक्त को अपने ऊपर संकट,काम नहीं बनते,कर्ज,रोग,नोकरी में विध्न,प्रमोशन नहीं,पद प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी नही,विवाह योग बनने में बांधा, सन्तान सुख और शिक्षा में परेशानी,मन भटकता रहता है,नवग्रहों का प्रकोप,जैसे शनि की साढ़े साती का असर अनुभव होता है,वो इस सामग्री को अपने से 7 बार उल्टा उतारकर यज्ञ में डालता रहे।ओर केवल 7 बार ही ऐसी मिली आहुति यज्ञ में देकर बाकी सब सामग्री के साथ मिलकर सामान्य आहुतियों के साथ यज्ञ में देते रहें,ओर आगे भी अपने घर पर इस नवरात्रि में करते रहे।साथ ही घी की जगहां,इस यज्ञ में केवल सरसो के तेल से यज्ञ करें।
कल्याण होगा।अब चाहे तुम एक माला करो या 11 माला या अधिक,ये तुम्हारी छमता पर निर्भर करता है और ऐसे ही यज्ञ आहुति,सुबह के साथ शाम को भी करनी है,अब चाहे तो रात को भी कर सकते हो,सब तुम्हारे समय मिलने और करने पर निर्भर करता है,कितनी बार करो,यज्ञ करने को प्रातः दोपहर शाम ओर रात को चार बार शस्त्रों में बताया है,इनमे कितना करो ये तुम्हारी क्षमता पर है,यो ही नवरात्रि होती है।कि नो दिनों में खूब जप ओर यज्ञ करो और मनचाहा लाभ लो।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org