बिना किसी जन्मतिथि ओर जन्मकुंडली के कैसे जानें कि आपका आने वाला व्यक्तिगत सामाजिक नोकरी या व्यवसायिक या गृहस्थी सम्बंधित समय अच्छा या बुरा है,,,
बता रहें है,महायोगी स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी,,,
इस संसार के सभी लोग यही जानना चाहते है कि,कैसे हमें पता चले कि,मेरा आने वाला साप्ताहिक या मासिक या वार्षिक समय कैसा होगा यानी अच्छा या बुरा या केवल पीछे की तरहां चल रहा सामान्य ही रहेगा।
तो इसका सबसे प्राचीन और सटीक भविष्य दर्शन की विद्या है-आपके जन्म दिन की रात्रि को दिखा स्वप्न।
क्योकि जब हम जन्मते है तब उसी दिन हमारा इस भौतिक संसार मे अपने पूर्वजन्मों के बचे कर्म के फल के साथ ही जन्म होता है और उसे ही यहां पृथ्वी पर देश काल स्थान व्यक्तियों जीवो के साथ अच्छे बुरे सम्बन्धो के साथ भोगते हुए जीते है,यो ये सब अच्छे बुरे कर्म और उनका फल,सबसे पहले सूक्ष्म संस्कार के रूप में हमारे अंदर स्वप्न जगत में दिखता है।यो तभी इसी अध्ययन पर ही स्वप्न विज्ञान खड़ा है।कि जिसने सूक्ष्म जगत को जान लिया ओर उस पर अधिकार कर लिया तब वो स्थूल जगत में किये कर्म और उसके फल में अवश्य बदलाव करके लाभ पा सकता है।इसी पक्की थ्योरी ओर प्रक्टिकल्स पर बना है स्वप्न दर्शन विज्ञान और उसका उपाय विज्ञान,जिसे आध्यात्मिक जगत कहते है।यो आप इस विषय पर अपने भविष्य को लेकर गम्भीरता से अध्ययन करेंगे तो पाएंगे बहुत कुछ चमत्कारिक परिणाम,,
तो शुरू करें इस विषय को की,,
1-मुख्यतया तो शुभ स्वप्न तो आपके उस दिन से लेकर आगामी दिनों तक का शुभफलदायी भविष्य बताता है,बेशक चाहे उस दिन के बाद बुरे स्वप्न आएं।
2-ठीक ऐसे ही जन्मदिन की रात्रि को देखे बुरे स्वप्न का फल पूरे महीने कभी भी बुरा फल देता है।चाहे उससे अगले दिन शुभ स्वप्न ही क्यों न आये।बस हानि के बाद कुछ भरपाई या रियायत सम्भव होगी,पर फल बुरा अधिक होगा ये अवश्य है।
जन्मदिन नही पता तो क्या करें कैसे चुने भविष्यफल जानने के वे सटीक दिन:-
यदि आपको अपना जन्मदिन नहीं भी पता है तो आप इसी विद्या के अंतर्गत एक ओर सहज और सटीक ज्ञान है-पूरे महीने में केवल चार दिन के सपने को जांचें।
महीने के अंधियारे पक्ष और शुक्लपक्ष की दोनों अष्टमी ओर अमावस्या ओर पूर्णिमासी की रात्रि में आने वाले सपने ओर उन्हीं के अर्थ करके आप साप्ताहिक मासिक ओर वार्षिक भविष्यफल पता कर सकेंगे।
जो भारतीय जन्मतिथि यानी कि आप किसी महीने की प्रतिपदा या चौथ या पंचमी या अष्टमी या एकादशी को जन्मे है,उस दिन का स्वप्न भी इकट्ठा कर सकते है ओर प्रति महीने की अपनी जन्म तारीख को या जन्मतिथि को आये सपने को एक वर्ष तक इकट्ठा करें और देखे उनका समल्लित फल तो आप जो सारे मिलाकर 6 या आठ सपने का फल अधिक शुभ रहा या अशुभ रहा,वही सटीक मुख्य भविष्यफल रहेगा।
ओर उस तिथि की रात्रि को गुरुमंत्र या इष्टमंत्र या केवल अपनी ही सामान्य लोक भाषा मे प्रार्थना करें कि,मुझको अवश्य ही आज की रात्रि में मेरे प्रश्न का ऐसे भविष्यफल सपने आएं,,तो आपको अपना प्रश्न का उत्तर में अवश्य भविष्यफल स्पष्ट मिलेगा।
जब भी आप अपनी जन्मतिथि की रात्रि या इन चार दिनों में कोई भी एक या अधिक सपने देखे,उन्हें सबसे पहले बिस्तर पर लेटे ही याद करके अपनी एक डायरी में लिख लें।अपनी स्वप्न डायरी ओर पेन को इन दिनों में अपने बिस्तर के पास ही रखें।जिससे आपको बिस्तर से उठकर ओर किसी का सामना करने पर स्वप्न को भूल जाने का डर नहीं रहेगा।
यहां कुछ परम्परागत चले आ रहें सपने ओर उनके अर्थ दिए जा रहें है-
रात्रि में किस समय देखें स्वप्न का फल आगामी दिनों में कब मिलता है:-
स्वप्न ज्योतिष के अनुसार नींद में दिखाई देने वाले हर सपने का विशेष फल होता है।
रात्रि में प्रथम पहर यानी 12 से 2 बजे के स्वप्न का फल 1 वर्ष में मिल जाता है।
दुसरे पहर यानी 2 बजे से 3 बजे का फल 6 माह में मिलता है।
तीसरे पहर यानी 3 बजे से 4 बजे के बीच देखे सपने का फल 3 माह में मिलता है।
चौथे पहर यानी 4 बजे से 5 बजे तक में देखे गए स्वप्न का फल 1 माह में ही प्राप्त हो जाता है।
0-यदि सपने में चोंक कर उठ जाते है या रात्र में दो या तीन बार अकारण बिन विशेष चिंता के भी नींद उच्चट जाती है और नींद नहीं आकर बुरे ख़्याल आते है तो,आपको कोई अदृश्य नाकारात्मिक शक्ति या कोई गुप्त शत्रु द्धारा आपके प्रति स्वयं के जप तप से या अनुष्ठान से या कराए जा रहें अनुष्ठान से मानसिक शारारिक धन कार्य हानि होने वाली है।
1-अगर कोई व्यक्ति अपने स्वप्न में स्वयं किसी भी प्रकार के 1-अनाज में पीली मिटटी या 2-काली मिट्टी मिलाता हैं या 3-किसी दूसरे परिचित या अनजाने को मिलाते हुए देखता हैं तो उस व्यक्ति को आने वाले समय मे 1-लिवर का कष्ट व 2- फ़ूडपोइजन ओर 3-किये काम या सम्बन्ध में मीडियेटर से धोखा मिलता है।
2-व्यक्ति सपने में 1-काले बादलों की छाया देखने से पीर की बोली को पूरा नहीं करने से व तांत्रिक क्रिया से और 2-आंधी सहित वर्षा देखने से व्यवसायिक यात्रा में प्रकार्तिक विध्न व गुप्त शत्रु से हानि पाता हैं।
3-जो व्यक्ति 1-किसी कुम्हार या 2-तेली के साथ अपने आप को स्वप्न में भागता हुआ देखता हैं उसे 1-राहु ग्रह के कोप से,2-शनिदेव के प्रकोप से अचानक अपमान,धन तन कानूनी कष्ट भोगने पडते हैं।
4-यदि कोई व्यक्ति स्वप्न में 1-कुडा-करकट अथवा 2-कांटे दार पेड़ पर चढ़े या 3-उनसे उलझकर चले तो वह आगामी समय में 1-किसी काम को जा रहे होने से,2-सामूहिक यात्रा में जाने पर,3-बड़ी योजना में धन लगाने पर हानि पाता है।
5-व्यक्ति स्वप्न में 1-दर्जी देखें तो किसी वस्तु के चुराने या 2-जेब कटने से ओर 3-खत्री देखें तो किसी की मध्यस्ता दलाली में हानि तथा 4-लुहार देखें तो लोहे की वस्तु की खरीद या उससे एक्सीडेंट हो तथा 5-धीमर देखें तो लांछन लगे या 6-फिर जंगली व आदिवासी को देखें तो जीव से हानि या 7-जन्मजात अंगहीन स्त्री या पुरुष या जीव से अपने आपको स्पर्श करता या खुद को उससे जुड़ता देखता हैं वह आगामी समय में तांत्रिक वस्तु से गुजर जाने पर विचित्र असाध्य बीमारी से कष्ट पाता है।
6-यदि कोई स्वप्न में 1-गुलाब का फुल खिलता हुआ देखता हैं या 2-गुलाब के फूल या पत्ती को खा लेता हैं तो उसे 1-प्रेम होकर फिर अपने आदत के कारण ही धोखा मिलता है।2-यहां तक प्रेम सम्बन्धो के कारण अपमानित होकर आत्महत्या तक कर बैठता है।
7-यदि कोई व्यक्ति स्वप्न में 1-कनेर देखे तो अपने से बड़ी स्त्री से लाभ हो,2-शीशम देखे तो उसे धन लाभ हो,3-खैर देखे तो रोग से मुक्ति हो और 4-बैर के पेड को या इनकी परछाई देखे तो इष्ट लाभ होता हैं,साथ ही उसे जीवन में किये जा रहे अपने कार्यों में व सम्बन्धो में सहजता से सफलता मिलती है।
8-जो युवा व्यक्ति स्वप्न में अपने आप को 1-बच्चा या 2-बुढा होते देखता हैं तो उसके जीवन में 1-आने वाली या 2-बनाई गई सभी प्लांनिग या योजनाओं से मिलने वाले लाभ में भारी कमी व हानि होती है।
9-यदि स्वप्न में कोई व्यक्ति 1-अपने घर की जमीन या खेती या अंजनी धरती को अचानक धंसता या 2-जल में डूबता देखे तो उसे 1-परिजन की हानि,2-भूमि विवाद में पराजय,पद,मान-सम्मान और पेचिस फ़ूडपोइजन से स्वास्थ्य की हानि होती है।
10-किसी व्यक्ति को स्वप्न में दिखें कि उसकी 1-लड़की का या 2-बहिन या 3-अपनी पत्नी या 4-माँ का अपहरण हो रहा हैं तो 1-इज्जत पर लांछन,2-रिश्तेदारों से विछोह,3-सम्पत्ति व पद में हानि हो,4-पूर्वजों का कोप होने से हानि हो।
11-यदि स्वप्न में किसी व्यक्ति को कोई1-वैद्य,2-जुवारी,3-नाचने वाली,4-कोई पागल मनुष्य अपनी ओर खींचे तो उसे-1-बीमारी,2-शेयर मार्केट या लाटरी जुए से,3-गुप्त सम्बन्ध से,4-अनजाने व्यक्ति या प्रकार्तिक विपदा से हानि होगी।
12-यदि स्वप्न में किसी व्यक्ति का चश्मा या चश्मे की उल्टी या सीधी आंख गिर जाये या नांक कान छंटे दिखाई दे तो उसको खास नजदीकी या विश्वसनीय व्यक्ति या स्त्री से तत्काल चल रहे कार्य आदि में हानि होगी ।
13-यदि स्वप्न मे 1-कोए से,2-तौते,3-उल्लू,4-चिड़ियां बोलते हुए दिखें तो,1-रिश्तेदार के आगमन से कष्ट हो,2-मित्र के कारण,3-पत्नी या विपरीतलिंगी की गलती से हानि होती हैं।
14-सपने में जो व्यक्ति 1-जलमूर्गा,2-सुअर,3-भैंसा देखता हैं तो,1-पेचिश जैसे रोग से,2-छुवाछुत की बीमारी के वैक्टीरिया से नोकर से,3-होली दीपावली ग्रहण पर की श्मशान कि तांत्रिक क्रिया से जानमाल की हानि होती है।
15-यदि व्यक्ति स्वप्न में 1-पके मांस को खाता हैं,2-बेचता हैं या 3-खरीदता हैं तो,उसका 1-बना काम बिगड़ता है,2-बिक्री में हानि,3-किसी भी वस्तु आदि के लेने में हानि होती है।
16-जो व्यक्ति 1-जलाने की लकडी,2-धुआं,3-कोयला स्वप्न में देखता हैं तो, उस व्यक्ति को 1-खाने की वस्तु से,2-किसी मिलावटी वस्तु से,3-तहखाने में रखी वस्तु के दोष से या गुप्त शत्रु में छिपे से हानि होती है।
17-व्यक्ति स्वप्न मे 1-मूसली,2- छाज,3-सूप या 4-हल को देखता हैं तो उसको छत या ऊंचे स्थान से गिरने का,2-बंटवारे में,3-कमीशन में,4-भूमि के क्रयविक्रय के काम में हानि मिलती है।
18-अगर कोई व्यक्ति स्वप्न में 1-हिरण,2-घोडा,3-गधा या 4-हाथी के बच्चे को देखता हैं तो उसे 1-छोटे वाहन से,2-भारी वाहन से,3-किसी पर भरोसा करके कर्ज देने से,4-बड़े व्यक्ति के साथ सौदे से हानि होती है।
19-यदि कोई किसान स्वप्न में अपने उपजी फसल के खेत में पानी भरा देखे तो उसकी तत्कालिक फसल में बहुत कम अनाज आदि की प्राप्ति होती है।
20-अगर कोई स्वप्न में 1-जलती या बुझी चिता,2-गैंडा और 3-चित्तेदार हिरण देखे तो उस व्यक्ति को 1-कोई पुराना विवादित केस उभर आएगा,2-बिन बात की सहायता या पंगे में इलझने से,3-दूर से मंगाई वस्तु में खोट या हानि होती है।
21-किसी व्यक्ति के स्वप्न में अपने 1-दोनो हाथ या 2-उल्टा या 3-सीधा हाथ या 4-हाथ का अंग कट जाते दिखें तो उस व्यक्ति के उसके मां-बाप या सास सुसर की,2-बड़े भाई या बच्चे की,3-छोटे भाई या बच्चे की,4-मित्र या हितेषी की जल्दी ही मृत्यु हो या उससे विवाद होकर सहायता नहीं मिलती है।
22-अगर किसी व्यक्ति के 1-जूते या 2-चप्पल स्वप्न मे चोरी हो जायें या 3-अपनी स्त्री या पति का शव देखे तो उसे 1-छोटे पदाधिकारी या पक्के नोकर से,2-घरेलू नोकर या नोकरानी से,3-परिवारिक प्रेम सम्बन्ध में गलतफहमी से बड़ी हानि होती है।
23-यदि किसी व्यक्ति को स्वप्न में 1-अपने घर पर सिंदूर,2-कुमकुम या 3-गेरू 3-काली हल्दी आदि गिरती दिखें तो उस स्त्री या पुरुष के 1-किसी की लगाई बुझाई से खास परिजन या मित्र से परस्पर भयंकर कलह हो,2-मित्रता में किसी चाहत के कारण विवाद हो,3-त्योहार पर या फंग्शन के समय अचानक किसी को कष्ट या चोट लगे,4-घर मे होने वाले फंग्शन या रसोई में खाना बनाते या बाद में या बिजली के शॉर्ट सर्किट से अग्निकांड घटता है।
25-कोई स्वप्न में अपने को किसी परिचित 1-स्त्री,2-पुरुष या 3-अविवाहित कन्या या 4-लड़के से या 5-अपरिचित से शारारिक सम्बन्ध बनाते देखे तो उस व्यक्ति को,1-बड़े सामाजिक व्यवसायिक लोगों के सम्बन्ध से लाभ हो,2-बड़े प्रशासनिक सरकारी लोगो से लाभ हो,3-नवीन सम्बन्धों से लाभ हो पर लंबा कार्य लाभ नहीं होगा,4-जीवन के तत्कालिक कोई भी प्रकार के कार्य में प्रशासनिक सहायता मिले पर शर्त के साथ,5-पार्टी फंग्शन में नए लोगो से या सदुर के सम्पर्क से लाभ हो पर बार बार विध्न के साथ।
26-स्वप्न में 1-अपने गुरु का आपके घर के बाहर से गेट से ही जाना या 2-अंदर आना व खाली दर्शन देकर चले जाना और 3-आपका कोई आतिथ्य नहीं करना या 4-गुरु का कुछ कहना जो आपको सुनाई नहीं आये या 5-उनके मन्त्र का खूब जप करने पर भी उनका दर्शन नहीं होना या 6-उनका शरीर दिखना पर चेहरा नहीं दिखाना तो ऐसे व्यक्ति को 1-तो गुरु कृपा आपके परिवार पर नहीं है,2-तो आपमें सेवा भाव नहीं है जिससे गुरुदेव केवल आपकी स्थिति पर नजर है पर कृपा नहीं,3-आपका अपने गुरुदेव के प्रति उनके सम्मान या कार्यों के प्रति जिम्मेदारी का श्रद्धाभाव नहीं है,4-गुरु द्धारा दिए उपदेश पर आपका मनचाहा अमल है,यानी बस उनकी बात नहीं सुनते हो अपनी चलाते हो,5-गुरु मंत्र को उनके प्रति प्रेमभाव को नहीं रखते हुए केवल अपने उनसे मनोरथ पूर्ति से जुड़ाव के साथ कोई और भी बिन गुरु आज्ञा के मन्त्र या चालीसा जपते पढ़ते हो,6-आपका अपने बनाएं गुरुदेव के प्रति कर्मशील सम्बन्ध नहीं है,बस काम से काम है।तो इसके कारण आपके जप तप ओर दर्शन ओर सांसारिक व आध्यात्मिक क्षेत्र में कोई विशेष व्रद्धि नहीं मिलेगी।
ओर भी अधिक सपनों के कैसे जाने भविष्यफल:-
तो,अपने स्वप्न का फल जानने के लिए स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी के यूटीयूब चैनल “”सपना जो भविष्य बताये अपना”” को देखें।
उपाय:-
1-बुरा स्वप्न दिखने ओर नींद खुलने पर अपने पूजाघर में रखा गंगाजल या पवित्र जल को जरा सा गुरु मंत्र या इष्ट मन्त्र जपते हुए पी लें और कुछ और जल लेकर अपने ऊपर छिड़क लें तथा अपने सोने के बिस्तरे पर भी छोड़के।
2-सहज उपाय तो सभी धर्मों में तीन ही कहे गए है-
!!सेवा तप और दान!!
!!करें-सभी बुरे फल का निदान!!
!!जिस दिन देखा स्वप्न बुरा!!
!!इसी दिन किया दान करें,कल्याण!!
शेष इसी सम्बन्धित स्वप्नों के ज्ञान पर फिर कहूंगा।आशीर्वाद के साथ,,
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
Www.satyasmeemission.org