गुप्तनवरात्रि “अम्बूवाची” पर्व (24 जून से 3 जुलाई तक)

प्रागज्योतिषपुर कामख्या कामकोटि महानारि पीठ। योनिमुद्रा गुप्तनवरात्र प्रकाशे नारी मूलाधार कुंडलिनी श्रीभग पीठ।। धरा प्रकर्ति मूलाधार यहीं कामाख्या तीर्थ स्थान। गुप्त नवरात्रि जाग्रत हो कुंडलिनी उर्ध्व मुख सहस्त्रां।। मूलाधार चक्र प्रफुटित हो और विस्फोटिक होता कुम्भ। बिखर जाती ऊर्जा सर्वत्र जग रजगुणी रजस्वला इस धम्म।। जिस नारी रजस्वला इस समय...

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विधवा मुक्ति दिवस? 23 जून अंतराराष्टीय विधवा दिवस पर सत्यास्मि मिशन का वेधव्य मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं

होता कुठाराघात अचानक नव यौवन नव जीवन पर। बिजली गिरती आकाश से मानो अचानक हरे भरे तरुवर पर।। जल उठता और जला जाता पूर्ण होते नव रंग के पथ को। झुलस जाते अभी उदित पुष्प वो जो खिलने चले है नव गत को।। बीच अधर में अधर पे रूकती आती...

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24 जून से 3 जुलाई 2017 नवरात्रि और श्री भगपीठ के अद्धभुत नवांग रहस्य

*श्री का अर्थ है सम्पूर्ण एश्वर्य। और भग का अर्थ है भगवान। *और भग का अर्थ योनि को धारण करने वाली ईश्वरी। *यो इस भग में स्त्री और पुरुष(+,-) की संयुक्त शक्ति का वास है इसी को अर्द्धनारीश्वर भी कहते है। *यो ये द्धैत यानि दो स्त्री और पुरुष का...

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24 जून 2017 शनिवार से 3 जुलाई सोमवार तक “सर्वमनोरथदात्री गुप्त नवरात्रि” और विश्व गुरु विश्वामित्र वैदिक सर्वग्रहवशीकरण और सर्व सामर्थ्य मनोरथ प्राप्ति सिद्धासिद्ध महामंत्र की महत्वकथा:-

ये उस काल की घटना है जब विश्वामित्र ब्रह्मा और शिव की उपासना करते हुए ब्रह्मस्त्र व् शिवस्त्र प्राप्ति के उपरांत भी वशिष्ठ के ब्रह्मत्त्व से विजय नही प्राप्त कर पाये तब उन्हें अपने भाग्य की विफलता पर बड़ी ही चिंता हुयी इसका कारण उन्हें लगा की ये देवतागण भी...

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9 जुलाई गुरु पूर्णिमा पर्व पर भगवन विश्वामित्र और शरणागत शिष्य सत्यव्रत ‘त्रिशंकु’ के मनोरथ को नवीन अमर स्वर्ग निर्माण कथा:-

इस बीच इक्ष्वाकु वंश में त्रिशंकु नाम के एक राजा हुये। त्रिशंकु सशरीर स्वर्ग जाना चाहते थे अतः इसके लिये उन्होंने वशिष्ठ जी अनुरोध किया किन्तु वशिष्ठ जी ने इस कार्य के लिये अपनी असमर्थता जताई। राजा सत्यव्रत ने वशिष्ठ से प्रश्न किया की हे गुरुदेव जब आपने मेरे से...

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9 जुलाई गुरु पूर्णिमा पर्व पर “रामायण वर्णित” विश्वगुरु विश्वामित्र के शिष्य श्री राम-लक्ष्मण और परशुराम की विवाद संवाद् (कथा):-

जब भगवान श्री राम ने शिव धनुष तोडा तो परशुराम जी को खबर लग गई। उसी समय शिव धनुष के टूटने की आवाज सुनकर परशुराम जी आ गए। और बहुत क्रोध में है। परशुराम जी जिसकी ओर देख रहे हैं वो सोच रहा हैं की अब मैं नही बचूंगा।परशुरामजी का...

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21 जून सत्यास्मि योग दिवस

योगश्चित वृति निरोधः स्वं ध्यान आत्म बोधः। कोहम निज अंतर शोधः अहम् सत्यास्मि सुबोधः।। प्रातः जल पी सहज बन और शौच कर स्वच्छ। सूर्य नमस्कार कर तीन बार बैठ सहजासन साध स्वर पक्ष।। बीस बीस कर तीन चक्र अनुलोम विलोम कर मध्यम गति। अब स्थिर बैठ कर नैत्र बंद और...

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9 जुलाई गुरु पूर्णिमा के पर्व पर भगवन विश्वगुरु विश्वामित्र अपने शिष्य श्री राम को दिव्यास्त्रों विद्या देना व् ताड़का सुबाहु राक्षस वध की कथा:-

-? गोस्वामी तुलसीदास जी कथा कह रहे हैं।की बिस्वामित्र महामुनि ग्यानी। बसहिं बिपिन सुभ आश्रम जानी॥ ज्ञानी महामुनि विश्वामित्रजी जी अपने शुभ आश्रम (पवित्र स्थान) वन में विराजमान हैं। लेकिन थोड़े परेशान हैं। परेशानी इस बात की हैं मारीच और सुबाहु यज्ञ में विघ्न डालते हैं। यज्ञ नही करने देते...

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9 जुलाई गुरुपूर्णिमा पर्व पर भगवन विश्वामित्र व् श्री राम सीता विवाह प्रसंग-2

श्री राम सीता विवाह प्रसंग-2? और जनक जी कहते है मैंने जान लिया है पृथ्वी वीरों से खाली हो गई। इस धरती पर अब कोई वीर है ही नही। बीर बिहीन मही मैं जानी॥ सब अपने-अपने घर को लौट जाओ। ऐसा लगता है की मेरी बेटी का विवाह अब होगा...

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9 जुलाई गुरुपूर्णिमा पर्व पर गुरुदेव भगवन विश्वामित्र और श्री राम सीता विवाह प्रसंग-1:-

भगवान विश्वामित्र जी एक साथ एक आम के बगीचे में ठहरे हैं। और मुनि ने कहा की मैं यहाँ बैठा हूँ तुम दोनों भाई जाकर फूल ढूंढिए। मुझे पूजा करनी हैं। विश्वामित्र जी एक सुंदर भूमिका तैयार कर रहे हैं। भगवान को फुलवाड़ी लेने के लिए भेज दिया हैं। इधर...

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