गुप्तनवरात्रि “अम्बूवाची” पर्व (24 जून से 3 जुलाई तक)
प्रागज्योतिषपुर कामख्या कामकोटि महानारि पीठ। योनिमुद्रा गुप्तनवरात्र प्रकाशे नारी मूलाधार कुंडलिनी श्रीभग पीठ।। धरा प्रकर्ति मूलाधार यहीं कामाख्या तीर्थ स्थान। गुप्त नवरात्रि जाग्रत हो कुंडलिनी उर्ध्व मुख सहस्त्रां।। मूलाधार चक्र प्रफुटित हो और विस्फोटिक होता कुम्भ। बिखर जाती ऊर्जा सर्वत्र जग रजगुणी रजस्वला इस धम्म।। जिस नारी रजस्वला इस समय...