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आरती-श्रीमद् पंचमुखी हनुमान जी


ॐ जय पंचमुखी हनुमान,बाबा जय पंचमुखी हनुमान..
पंच देवों के द्योतक-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।
मुख है एक वराहा,जो सुख देता चारो धाम-2,..
ज्वर संकट मिट जाते-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।
मुख दूजा सिंह रूपी,जो देता यश अविराम-2..
खोया पद मिल जाता-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।
तीजा मुख है मानव रूपी,जो चार वेद गाये नाम-2..
प्रेम पूर्णिमा दाता-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।
चौथा मुख है अश्वपति का,जो ज्ञान दे निष्काम-2..
तुम सत्य शिव करुणाकर-2,बोलो जय श्री राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।
पंचम मुख है हरग्रीव धारी,जो दाता ब्रह्म अनाम।
भरता झोली खाली-2,बोलो जय सिया राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।।
जो करे आरती नित दिन साय,वो पाये मनवांछित सब काम -2..
पूर्णिमा चोला चढ़ाये-2,कृपा पाये सदा सिया राम..ॐ जय पंचमुखी हनुमान।
स्वामी सत्य साहिब जी कृत श्रीमद् पंचमुखी हनुमान आरती सम्पूर्ण
बोलो?जय पंचमुखी हनुमान की जय?

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