गुरु कृपा से कुंडलिनी जागरण केनवांग_योग🌞 #सत्यास्मिसत्संग में #स्वामीसत्येंद्र_सत्यसाहिबजी भक्तों से कहते हैं कि,
#गुरुकृपासेकुंडलिनीजागरणकेनवांग_योग🌞 #सत्यास्मिसत्संग में #स्वामीसत्येंद्र_सत्यसाहिबजी भक्तों से कहते हैं कि, गुरु में शिष्य शिष्य में गुरु तब जगे कुंडलिनी आत्म तरु। दोनों मध्य हो प्रेम रति स्थूल सूक्ष्म एक हो उदित अरु।। आत्म कुंडलिनी तब जगे जब नवधा भक्ति जानों। आत्म मंत्र,सत्यसेवा,सत्संग प्रीति,त्याग,अहं को भानों।। गुरु शिष्य अर्थ कर धारण और...