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5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर सत्यास्मि मिशन


गर्मी बढ़ रही नित नित दिन
और नित बढ़ रहे है रोग।
प्रकति बिगड़ती जा रही
नित प्रियजन हो रहे वियोग।
प्रदूषण सभी बढ़ रहे
जल,वायु,आकाश।
पृथ्वी उगल रही अग्नि है
मनुष्य बढ़ रहा स्वयं के नाश।।
काटते जा रहे व्रक्ष हम
और नही लगा रहे पौध।
पी रहे खा रहे विष हम
अकाल मृत्यु हमें नही बोध।।
वर्तमान निरन्तर समाप्त है
भविष्य खो रहे आधार।
हरित क्रांति स्वप्न है
हम खड़े विनाश की धार।।
यो अभी सचेत सभी बनो
और अधिक लगाओ वृक्ष।
जल बचाओ संचित करो
विश्व परियावरण दिवस इस पक्ष।।
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