No comments yet

पूर्णिमां माता का भक्ति में शक्ति व्रत और चरण जल अम्रत पीने से रोगी हुई ठीक-भाग-10…

पूर्णिमां माता का भक्ति में शक्ति व्रत और चरण जल अम्रत पीने से रोगी हुई ठीक-भाग-10…

ये सत्य घटना अभी मार्च 2019 से अप्रैल 2019 के मध्य के वर्तमान समय की ही बात है,भक्त शिवकुमार गुल्ला भाई की सासु माँ श्रीमती ओमवती देवी..गांव नारउ शिकारपुर को अचानक वर्द्धावस्था में अभी बड़ा भयंकर खून में इंफेक्शन की बीमारी ही गयी,उन्हें तुरंत ग्लोबल हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती किया,तब तबियत में कोई विशेष सुधार नहीं हो रहा,कभी ठीक सी लगती है,तो कभी अब गयी अब गयी,यो दवाई के चलते आराम नहीं देख,ये देख इनकी पत्नी राजकुमारी ने आपनी माता के स्वस्थ होने के संकल्प प्रार्थना करते हुए माँ पूर्णिमां की अखण्ड ज्योत जलाई,वैसे इनके सारे पीहर में प्रसिद्ध सत्संगी का गुरु मंत्र है,पर कोई लाभ नहीं हुआ,तब अखण्ड ज्योत के जलते ही,चमत्कार हुआ,ओर उनकी माता के स्वस्थ में सुधार हुआ,दवाई लगने लगी।ये देख की अब काफी स्वस्थ हो गयी है,शेष स्वस्थ व सेवा को अपने यहां घर ले आयी,ज्योत 9 दिन की पूरी हो चुकी थी,अब कुछ दिनों बाद ही तेज बुखार हो गया,फिर दवाई चली की,उतरने का नाम नहीं ले,ये देख सबने घबरा कर,कहा कि फिर से इतनी रात को अस्पताल में इन्हें भर्ती कराए,तब भक्त राजुकमरी बोली कि,गुरु जी को फोन करो, भक्त शिवकुमार बोले कि-हर बात को गुरु जी को ही परेशान करते रहे।अरे उनका पढ़ गंगा जल हमारे घर मे है,उसे ला..वो लेकर आई और शिवकुमार ने उसे माँ पूर्णिमा के श्रीभगपीठ पर चढ़ाकर उस चरणामृत को अपनी सास को पिला दिया और ज्योत भी जला दी,चमत्कार देखें,जो बुखार उतरने का नाम ही नहीं ले रहा था,वो बुखार तुरन्त ही घटता चला गया और वे आराम से सोई ओर अब धीरे धीरे स्वस्थ हो रही है,वैसे तो संकट टला नहीं है,पर देवी कृपा से स्वस्थता की ओर बढ़ रही है।और अवश्य पूरी कृपा भी प्राप्त होगी।

जय माँ पूर्णिमाँ की जय
जय गुरु देव की जय
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
Www.satyasmeemission.org

Post a comment